- कलेक्टर ने गठित किया जांच दल
किरीट ठक्कर।/ रियाबंद : विगत 11 जनवरी देवभोग तहसील के ग्राम घुमरगुड़ा निवासी देवेंद्र सिंह राजपूत की शिकायत पर देवभोग जनपद अध्यक्ष श्रीमती नेहा सिंघल के पारिवारिक सदस्यों द्वारा किये जा रहे अवैध निर्माण पर स्थगन आदेश जारी किया गया है। तहसीलदार एवं कार्यपालिक दंडाधिकारी देवभोग द्वारा जारी स्थगन आदेश में कलेक्टर गरियाबंद के आदेश पत्र का भी जिक्र किया गया है जिसके अनुसार पत्रकार एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी महासमुंद देवेंद्र सिंह राजपूत द्वारा की गई शिकायत पर जांच दल गठित किया गया है। अतः जांच होने तक ग्राम देवभोग स्थित भूमि, खसरा नंबर 27 / 1 पर किये जा रहे निर्माण कार्य पर आगामी आदेश पर्यंत तक स्थगन आदेश जारी किया जाता है। विदित हो कि इस मामले में 13 जनवरी को दैनिक छत्तीसगढ़ वॉच में खबर का प्रकाशन प्रमुखता से किया गया था। देवेंद्र सिंह राजपूत ने जनपद अध्यक्ष देवभोग नेहा सिंघल के ससुर और जेठ पर सरकारी जमीन में कब्जा किये जाने का आरोप लगाया था।
आम रास्ते के लिए आरक्षित है भूमि
इस बाबत जानकारी देते हुए देवेंद्र सिंह राजपूत ने बताया था कि देवभोग के हृदय स्थल गांधी चौक से मांझी पारा रोड पर पूर्व में घास मद की भूमि नया खसरा नम्बर 283 और पुराना खसरा नम्बर 27/1 जो कि आम रास्ता के लिए आरक्षित है , उस जमीन पर जनपद अध्यक्ष देवभोग नेहा सिंघल के ससुर द्वारा अवैध कब्जा कर, दो मंजिला भवन का निर्माण किया गया है, साथ ही उनके जेठ के द्वारा व्यवसायिक परिसर बनाया जा है। देवेंद्र ने कलेक्टर से यह मांग की थी कि ये अवैध निर्माण मुख्यालय के हृदय स्थल पर हो रहा है ,जिसकी वजह से साप्ताहिक हाट-बाजार का आवागमन साथ ही मुख्य मार्ग की यातायात सुविधा प्रभावित होती है। उक्त भूमि घास मद की होने के साथ ही आम रास्ता के लिए आरक्षित है,ऐसे में जल्द ही कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को अतिक्रमण मुक्त किया जाना चाहिए।
दस्तावेजों से छेड़छाड़
राजपूत ने कलेक्टर को सौपे गए आवेदन में आरोप लगाया कि कब्जाधारियों द्वारा कूटरचना कर दस्तावेजों से छेड़छाड़ करते हुए वर्तमान में सरकारी जमीन को अपने नाम पर करवा लिया गया है। देवेंद्र ने कलेक्टर के पास तर्क रखा कि पुराना खसरा नम्बर 27/1में यह भूमि स्पष्ट रूप से शासकीय भूमि उल्लेखित है,ऐसे में शासकीय भूमि निजी व्यक्ति के नाम पर कैसे चढ़ गई,इसकी जांच की जानी चाहिए। देवेंद्र राजपूत ने कलेक्टर को दिए गए आवेदन में लेख किया था कि मेन रोड से लगे इस अवैध निर्मित भवन के बगल से खाली जमीन पर वर्तमान में रवि सिंघल के द्वारा व्यवसायिक परिसर का निर्माण कराया जा रहा है। इस निर्माण को रोकने के साथ साथ अवैध कब्जे को भी हटाने की मांग कलेक्टर से की गई थी।