सीपत क्षेत्र में हुई हाथियों की दस्तक, अधिकारी हुए सतर्क
– सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर।कोरबा जिले से भटककर पंतोरा के कटरा जंगल में बीस दिनों तक विचरण करने वाले दंतैल हाथी ने बुधवार की देर रात सीपत तहसील के बिटकुला गांव पहुंचकर कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचाया। इसके बाद हाथी सोंठी के घने जंगलों की ओर बढ़ गया है। हाथी की आमद से सोंठी, निरतु, अदराली, बिटकुला, आमानारा, पैंगवापरा, जेवरा, खोंधरा, कनई, जुहली, कुकदा, मड़ई, खम्हरिया, लुतरा, ऊनि, कुली और आसपास के बीस गांवों के लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग के कर्मचारी और अधिकारी हाथी की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।बिटकुला ग्राम पंचायत के आश्रित गांव पैंगवापरा के निवासी पंच कार्तिक राम ने रात लगभग 1 बजे अपने घर के बाडी में लगी फसल को नुकसान होते देखा। जब वह बाहर निकले तो सामने विशाल दंतैल हाथी को भुट्टा और गन्ना खाते हुए देखा। इस दृश्य से घबराए कार्तिक राम तुरंत मूर्छित हो गए और किसी तरह घर के अंदर भागकर अपनी जान बचाई। कटरा सर्किल में दंतैल हाथी ने तीन मवेशियों को भी जान से मार डाला है। यह हाथी जांजगीर जिला के खिसोरा जंगल से निकलकर दो दिन पहले बलौदा वन परिक्षेत्र के नवापारा कटरा जंगल पहुंचा था और अब सीपत के सोंठी सर्किल के पास है। पिछले साल फरवरी 2023 में भी उड़ीसा से भटककर 11 हाथियों का दल रायगढ़, शक्ति और जांजगीर के रास्ते सीपत के सोंठी वन सर्किल पहुंचा था। इस दल ने सोंठी के जंगल में लगभग 26 घंटे गुजारे थे और स्थानीय लोगों को इन 26 घंटों की दहशत आज भी याद है। वन विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा हाथी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।