रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आलोक कटियार ने एक स्थानीय होटल में पत्रकारों से चर्चा में बताया कि राज्य में मुख्य रूप से आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पॉवर प्लांट एवं सीमेंट, डिस्कॉम एव रेलवे के उद्योगों द्वारा ऊर्जा की बचत की गई है। उक्त परियोजना के अंतर्गत ऊर्जा की बचत में महाराष्ट्र राज्य ने प्रथम एवं छत्तीसगढ़ द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। कटियार ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर उपरोक्त उपलब्धि को अन्य उद्योगों को साझा करने की दृष्टि से रायपुर में 8 जुलाई को वर्कशॉप का आयोजन किया गया था। वर्कशॉप में मुख्य रूप से आयरन एण्ड स्टील, थर्मल पॉवर प्लांट एवं सीमेंट के प्रतिनिधि विशेष रूप से शामिल रहे।
कटियार ने राज्य में हुई 2.198 मिलियन टन ऑफ ऑयल इक्यूइवेंट ऊर्जा की बचत की। राज्य में हुए ऊर्जा बचत से लगभग 1280 मेगावॉट के थर्मल पॉवर प्लांट की आवश्यकता को कम किया गया है जिससे राज्य के कार्बन उत्सर्जन में लगभग 6.67 मिलियन टन की कमी आई है। परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड परियोजना अंतर्गत जिन औद्योगिक संस्थानों द्वारा अपने लक्ष्य से अधिक ऊर्जा की बचत की गई है, उन औद्योगिक संस्थानों को एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट से पुरस्कृत किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापित औद्योगिक संस्थानों को कुल 10,10,699 एनर्जी सेविंग सर्टिफिकेट ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी के माध्यम से प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री की इस पहल से भविष्य में और भी अन्य औद्योगिक संस्थानों को परफार्म एचीव एण्ड ट्रेड परियोजना में शामिल कर ऊर्जा की बचत में अपना योगदान दिए जाने हेतु प्रोत्साहित किया जावेगा। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में अक्षय ऊर्जा बचत केंद्र में एक प्लांट स्थापित किया जाना है।
छत्तीसगढ़ ऊर्जा संरक्षण में दूसरे स्थान पर : आलोक कटियार
