हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को शुभ दिन, शुभ तिथि, शुभ मुहूर्त आदि को देखकर किया जाता है. इन सभी चीजों के बारे में पता लगाने के लिए पंचांग(Panchang)की आवश्यकता पड़ती है. जिसके माध्यम से आप आने वाले दिनों के शुभ एवं अशुभ समय के साथ सूर्योदय, सूर्यास्त, चन्द्रोदय, चन्द्रास्त, ग्रह, नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हें।
दिन (Day) शुक्रवार
अयन (Ayana) उत्तरायण
ऋतु (Ritu) ग्रीष्म
मास (Month) ज्येष्ठ
पक्ष (Paksha) शुक्ल पक्ष
तिथि (Tithi) चतुर्थी
नक्षत्र (Nakshatra) पुनर्वसु सायंकाल 07:05 बजे तक तदुपरांत पुष्य
योग (Yoga) वृद्धि
करण (Karana) वणिज दोपहर 01:30 बजे तक तदुपरांत विष्टि
सूर्योदय (Sunrise) प्रात: 05:23 बजे
सूर्यास्त (Sunset) सायं 07:15 बजे
चंद्रमा (Moon) मिथुन राशि में दोपहर 2:21 बजे तक तदुपरांत कर्क राशि में
राहु काल (Rahu Kaal Ka Samay) प्रात:काल 10:35 से दोपहर 12:19 बजे तक
यमगण्ड (Yamganada) दोपहर 03:47 से सायंकाल 05:31 बजे तक
गुलिक (Gulik) प्रात:काल 07:07 से 08:51 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurt) प्रात:काल 11:52 से 12:47 बजे तक
दिशाशूल (Disha Shool) पश्चिम दिशा में
भद्रा (Bhadra) दोपहर 01:30 से लेकर 04 जून 2022 को पूर्वाह्न 02:41 बजे तक
पंचक (Pnachak) —
पंचांग के पांच अंगों – तिथि, नक्षत्र, वार, योग एवं करण के साथ राहुकाल, दिशाशूल(Dishashool), भद्रा(Bhadra), पंचक(Panchank), प्रमुख पर्व आदि की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं।