रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने निलंबित एडीजी जीपी सिंह की फाइल को दिल्ली स्थित मुख्यालय भेजा है। इसमें राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और एंटीकरप्शन ब्यूरो (ACB) को जांच के दौरान मनीलाड्रिंग करने और बेनामी संपत्ति से संबंधित मिली जानकारी का ब्यौरा है। इसकी जांच शुरू करने के लिए अनुमति मांगी थी। बताया जाता है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए ईडी मुख्यालय ने रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय को विचार-विमर्श के लिए बुलवाया था। इस दौरान दिल्ली स्थित मुख्यालय से सीधे जांच करने अथवा रायपुर कार्यालय से करने पर चर्चा की गई। बता दें कि 1 जुलाई 2021 को ईओडब्ल्यू और एसीबी की संयुक्त टीम ने जीपी सिंह के पेंशन बाडा स्थित शासकीय आवास सहित उनके करीबी लोगों के 15 ठिकानों पर छापामारा था। इस दौरान 10 करोड़ 60 लाख रुपए की चल-अचल संपत्ति बरामद की गई थी। इस दौरान उनके हाथ बेनामी संपत्तियों और मनीलाड्रिंग से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए थे। इसका ब्यौरा 15 जुलाई को ईओडब्ल्यू द्वारा करीब 80 पन्नों के दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और कुछ अन्य जानकारियां भेजी गई हैं।
साक्ष्य जुटाने में जुटी टीम
बताया जा रहा है कि ईडी इन दस्तावेजों का अध्ययन करने के साथ ही गोपनीय रूप से साक्ष्य जुटा रही है। इसमें जीपी और उनके करीबियों एवं उनके परिवार वालों के संपत्तियों की जानकारी जुटाई जा रही है। ईओडब्ल्यू से मिली जानकारी के आधार पर जमीन की खरीदी-बिक्री में भूमिका निभाने वालों और रजिस्ट्री में हस्ताक्षर करने वाले गवाहों को बुलवाया जाएगा। इस दौरान संपत्तियों, विभिन्न कंपनियों और रियल इस्टेट में निवेश के संबंध में पूछताछ की जाएगी। इसके ब्यौरा तैयार करने के बाद ईडी मुख्यालय को भेजा जाएगा।