अक्कू रिजवी/कांकेर : जिले के महिलाओं को स्व-सहायता समूह के रूप में गठित करके उन्हें रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है ताकि वे अपनी आजीविका आसानी से चला सकें। ग्रामीण आजीविका मिशन अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे छत्तीसगढ़ में बिहान योजना जिसे एनआरएलएम-सीजी स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन छत्तीसगढ़ के नाम से भी जाना जाता है। जिला मुख्यालय कांकेर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम कोकनपुर के लोगां को बैंक से लेने देन करने दूरस्थ क्षेत्र जाना पड़ता था, जिससे उन्हे आने जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता था तथा दिनभर का समय इसी कार्य में निकल जाता था। महिलाओं को सशक्त करने के लिए बिहान योजना चलाई जा रही है, जिसमें बैंक सखी के रूप में कार्य करते हुए प्रज्ञा यादव द्वारा बैंक लेन देन का कार्य अच्छे तरीके से संचालित की जा रही है, जिससे आसपास के क्षेत्र में लोगों को एटीएम की सुविधा भी प्राप्त हो रही है। कांकेर विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कोकानपुर निवासी प्रज्ञा यादव पिता मन्नुलाल यादव सामान्य कृषक परिवार से हैं। जब कांकेर विकासखण्ड में बिहान योजना संचालित हुआ तब से प्रज्ञा यादव जय मॉ लक्ष्मी महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य के रूप में कार्य कर रही है, वे बताती है कि बिहान योजना अंतर्गत बैंक सखी का कार्य संचालित कर रही है, ग्राम पंचायत कोकानपुर के साथ ही आसपास के चयनित सभी गांव जैसे- कोकानपुर, अण्डी, तालाकुर्रा, सिलतरा, केंवटीनटोला इन सभी गॉवो में भी जाकर वह अपनी बैंकिग सेवा दे रही है। इस क्षेत्र के ग्रामवासियों, बुजुर्ग, निःशक्तजन, पेंशनधारी, मनरेगा तथा आवास योजना अंतर्गत दिये जाने वाली राशियों को घर पहुंच सेवा प्रदाय कर रही है। इसके साथ ही वह अन्य सेवाएं जैसेेः-राशि आहरण, विभिन्न पेंशन निकासी, विभिन्न बिलों का भुगतान, आंगनबाडी सहायिकाओं का मानदेय एवं सरपंच सचिव, पंच, रोजगार सहायक का लेनदेन, ऑनलाईन फार्म भरना, मोबाईल रिचार्ज, खाता खुलवाना एवं बीमा संबंधी सभी कार्य संचालित की जा रही है। पहले ग्रामवासीयों को बैंक में घंटो लाईन लगाकर खडे़ रहना पडता था, पर जब से बैंक सखी के द्वारा बैंकिग संबंधी सभी प्रकार की सुविधाएं घर पहुचाकर दी जा रही है, तब से बुजुर्ग, निःशक्तजनों को भी वित्तीय लेनदेन की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो रहा है। प्रज्ञा यादव के द्वारा अब तक लगभग 80 लाख़ रूपये का लेन-देन किया गया है। बिहान योजना अंतर्गत बैंक सखी प्रज्ञा यादव के लिए भी आजीविका का अच्छा साधन साबित हुआ है। बैंक कार्य में प्रतिदिन लेनदेन लगभग 70 हजार से 01 लाख रूपये तक होती है। प्रज्ञा यादव को अब तक 02 लाख 08 हजार 823 रूपये का आय अर्जित हुआ है, एनआरएलएम द्वारा प्रतिमाह 25 सौ रूपये मानदेय राशि प्राप्त होती है एवं मासिक आय 08 से 12 हजार रूपये प्राप्त होने लगी है, इस योजना के जुड़ने के पूर्व प्रज्ञा यादव की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, बिहान योजना अंतर्गत समूह से जुड़कर बैंक सखी के रूप में कार्य करते हुए उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो गई है तथा वह अपने परिवार का भरण पोषण करने में सक्षम होने लगी है। कोविड-19 संकट काल के समय में भी नियमों का पालन करते हुए ग्रामवासियों को बैंकिंग सेवाएं निरन्तर पहुंचाई जा रही है।
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