ब्यूरो वॉच (रोशन वर्मा) सारंगढ़-बिलाईगढ़, सुशासन तिहार के दौर में ज़िले में जनकल्याण और संवेदनशील प्रशासन का एक प्रेरणादायी उदाहरण सामने आया है, जहाँ एक दिव्यांग नागरिक की छोटी-सी जरूरत को न सिर्फ गंभीरता से सुना गया, बल्कि त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे घर पर ही सुविधा उपलब्ध कराई गई।
वार्ड क्रमांक 9, सारंगढ़ निवासी थानेश्वर केसरवानी, जो मस्कुलर डिस्ट्रॉफी जैसी गंभीर और दुर्लभ बीमारी से जुझ रहे हैं। उन्होंने हाल ही में सुशासन तिहार के अंतर्गत समाज कल्याण विभाग से व्हीलचेयर की मांग की थी। यह मांग उनके लिए सिर्फ एक साधन नहीं, बल्कि वह उसके जीवन का सहारा था।
आवेदक थानेश्वर की इस जरूरत को कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने गंभीरता से संज्ञान में लिया। उनकी पहल पर समाज कल्याण विभाग ने अत्यंत सराहनीय कार्य करते हुए उच्चस्तरीय संवेदनशीलता का परिचय दिया और विभाग के अधिकारियों ने खुद जाकर थानेश्वर के घर व्हीलचेयर प्रदान किया गया।
जब विभागीय अधिकारी व्हीलचेयर लेकर थानेश्वर के घर पहुँचे, तो उस पल की खुशी उनके चेहरे पर साफ झलक रही थी। वर्षों से चलने में असमर्थ थानेश्वर के लिए यह व्हीलचेयर केवल एक उपकरण नहीं, बल्कि उनकी स्वतंत्रता, आत्मसम्मान और सामाजिक जुड़ाव का माध्यम है।
आवेदक थानेश्वर केसरवानी ने इस मानवीय सहायता के लिए
विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, समाज कल्याण विभाग, सारंगढ़-बिलाईगढ़ प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सहायता उनके जीवन में नई ऊर्जा और आशा लेकर आई है।