उदय शदाणी ने राजनीति में आकर स्वस्थ परंपरा की शुरुआत करने की जताई इच्छा
रायपुर। विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर हर तरफ चर्चाएं तेज होती जा रही हैं। राजधानी रायपुर से लेकर समूचे प्रदेश में तैयारी चल रही है। दावेदार मैदान में आने को आतुर है, वहीं सामाजिक संगठनों ने दावेदारी देने के लिए राजनीतिक स्तर पर पहल की है। इसमें सर्व सिंधी समाज की ओर से रायपुर की उत्तर विधानसभा सीट में युवा चेहरा तथा शदाणी दरबार प्रमुख युधिष्ठिर लाल जी महाराज के सुपुत्र उदय शदाणी को टिकट देने की मांग की गई है। समाज की इस पहल में विशेष रूप से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी व समाज के प्रमुख आसुदाराम वाधवानी के साथ समस्त सिंधी समाज एवं व्यापारी समुदाए की ओर से की गई है। समाज चाहता है की राजनीति में समाज की ओर से युवा चेहरे को अवसर मिले ताकि आने वाले वक्त में राजनीति में युवा नेतृत्व के हाथों में बागडोर दी जा सके।
छत्तीसगढ़ वॉच की टीम ने सिंधी समाज के युवा चेहरा एवं शदाणी दरबार प्रमुख संत युधिष्ठिर लाल के सुपुत्र संत उदय शदाणी से विशेष बातचीत की और उनकी महत्वाकांक्षा और उद्देश्यों को जानने का प्रयास किया इसमें सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में विशेष पहचान रखने वाले भारतीय जनता पार्टी की युवा चेहरा उदय शदाणी ने बताया कि उनकी विशेष आस्था सनातन धर्म के प्रति रही है वह मानते हैं कि धर्म को मानवता के प्रति जिम्मेदार बना रहना चाहिए। राष्ट्र के प्रति समर्पण के साथ वर्ष नागरिकों का मान सम्मान भी धर्म के माध्यम से निरंतर होना चाहिए। इससे सुनहरे छत्तीसगढ़ प्रदेश और उज्जवल भारत की कल्पना की जा सकती है इस विशेष बातचीत में उदय शदाणी ने बताया कि राजनीति में धर्म होना चाहिए लेकिन धर्म में राजनीति का प्रवेश नहीं होना चाहिए अन्यथा मानव कल्याण के लिए संकट की स्थिति खड़ी हो सकती है विश्व हिंदू परिषद से जुड़कर कार्य करने वाले इस युवा नेता का मानना है कि संत की वाणी में मिठास होती है जो राजनीति में लाई जा सकती है यही कारण है कि संतों की वाणी को राजनीति का स्वर बनना चाहिए
राम मंदिर शिलान्यास में भूमिका
प्रयागराज में स्थापित विशाल राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास शदाणी दरबार तीर्थ के चांदी के रांपा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों की गई थी जो दरबार के प्रमुख संत युधिष्ठिर लाल जी महाराज ने प्रधानमंत्री को विशेष रूप से सौंपी थी
पवित्र धार्मिक स्थल शदाणी दरबार में गरीबों की मिटती है भूख रायपुर सदानी दरबार में निरंतर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाते हैं जहां हजार गरीब लोगों का निशुल्क इलाज होता है हर दिन लंगर होता है जहां गरीबों को भोजन मिलता है और यह निरंतर 24 घंटे चलता रहता है यह परंपरा भी संत महाराज युधिष्ठिर लाल के उपस्थिति में संभव रहा है।
भाजपा जुडऩे का महत्व
उदय शदाणी जो एक अच्छे धार्मिक प्रवचन करता है उनकी वाणी से हमेशा समाज की भलाई के लिए स्वर निकलते हैं भारतीय जनता पार्टी की में शामिल होने की वजह बताते हुए उनका कहना था कि सनातन की पार्टी है और सनातन में विशेष आस्था रही है कानून की शिक्षा लेने के बाद ऐसा लगा कि सनातन की सुरक्षा के लिए और सनातन की उत्थान के लिए भाजपा से जुडऩा चाहिए
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्य राज आदर्श राजनेता
उदय सदानी के आदर्श राजनेता देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य राज हैं उनकी कार्य शैली से प्रभावित हैं और उन्हीं की कार्यशैली का अनुसरण करते हैं जो सनातन धर्म के पक्षधर हैं जिन्होंने विश्व में भारत का गौरव बढ़ाने का काम किया है और विशुद्ध रूप से धार्मिक प्रवृत्ति होने के कारण उदय को धार्मिक स्पीच में देश का सुखद भविष्य दिखलाइए पड़ता है
सरल सौम्यचेहरा
सिंधी समाज का सरल सौम्य चेहरा उदय शदाणी का है विश्व हिंदू परिषद में सक्रिय कार्यकर्ता के साथ पहचान बनाने वाले इस युवा नेता ने अधिवक्ता के तौर पर भी अच्छी पहचान बनाई है धार्मिक प्रवचन करता की भी अच्छी पहचान रही है जो रायपुर ही नहीं प्रदेश में और देश में लोकप्रिय हो रही है
उत्तर से दावेदारी
उदय शदाणी ने रायपुर उत्तर विधानसभा सीट से भाजपा दल की ओर से दावेदारी से की है और समाज भी इस युवा चेहरा को दावेदारी के साथ समर्थन दे रहा है
शिक्षा स्वास्थ्य और स्वच्छता
उत्तर विधानसभा सीट में स्वच्छता शिक्षा और स्वास्थ्य के हर बिंदु को भाजपा की घोषणा पत्र मिलकर पूरा करने की मंशा लेकर काम करने वाले इस युवा चेहरे को उनकी फौज भरपूर समर्थन दे रही है जो सिंधी समाज की एक अटूट कार्यशैली का हिस्सा रही है जो निस्वार्थ और सेवा की भावना से कार्य करती रही है
राजनीति आगे आना चाहिए
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक जनसभा में संबोधन के दौरान कहा था कि देश की युवाओं को राजनीति में आगे आने की जरूरत है ताकि देश की बागडोर सुरक्षित हाथों में दी जा सके और सुनहरा भविष्य है सुनिश्चित किया जा सके यहां तक की आज प्रतिष्ठित कंपनियों में उच्च पदों पर देश के युवा ही मौजूद हैं 140 करोड़ के भारत देश में युवाओं की भागीदारी को अब बढ़ता ही होगा