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बिलासपुर में 6 खाद दुकानों का लाइसेंस निरस्त.. कारोबार नहीं कर रहे थे…पॉश मशीन का इस्तेमाल

छत्तीसगढ़: बिलासपुर में खाद की ब्लैक मार्केटिंग रोकने मुख्यमंत्री की चेतावनी का असर दिखने लगा है। शुक्रवार को कृषि विभाग के अधिकारियों ने छह खाद दुकानों की जांच की। इस दौरान दुकान संचालकों के पास खाद का स्टाक ही नहीं था। न ही उन्होंने पॉश मशीन का उपयोग किया है। पूछताछ में पता चला कि लाइसेंस लेकर खाद्य बेचना ही बंद कर दिया गया है। लिहाजा, अफसरों ने छह दुकानों का लाइसेंस निरस्त कर आईडी भी जब्त कर लिया है।

जिले में खाद की किल्लत चल रही है। विशेषकर DAP की सप्लाई कम होने के कारण किसानों को परेशानी हो रही है। वहीं, यूरिया और सुपरपास्फेट भी सोसायटी से गायब है। बाजार में ओवररेटिंग में खाद की बिक्री की जा रही है। इसे लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने रायपुर में समीक्षा बैठक ली थी। इस दौरान उन्होंने अफसरों पर नाराजगी जताते हुए किसानों तक उचित मूल्य में खाद पहुंचाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने खाद की ब्लैक मार्केटिंग करने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।

200 दुकान, गिने-चुने दुकानों में पहुंच रहे अफसर
कलेक्टर सौरभ कुमार ने जिले के कृषि विभाग के अधिकारियों को खाद दुकानों में छापेमारी कर जांच करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद भी कृषि विभाग के अफसर गिने-चुने दुकानों में पहुंच रहे हैं। जबकि, जिले में 200 दुकानें संचालित है, जहां खाद की बिक्री की जा रही है। शुक्रवार को कृषि विभाग के अधिकारी निरीक्षण में बिल्हा पहुंचे, जहां उन्होंने मेसर्स बिल्हा, नाफेड बिल्हा, मेसर्स बन्टी ट्रेडर्स बिल्हा, मेसर्स नानगराम, मुरलीधर कोतवाली, मेसर्स लक्ष्मी ट्रेडर्स बिल्हा, मेसर्स रूपचंद किराना स्टोर्स व मेसर्स साहिल इंटरप्राईजेस बिल्हा की जांच की।

व्यापारी बोले- खाद ही नहीं बेच रहे हैं तो कहां से रहेगा स्टाक
जांच के दौरान व्यापारियों ने अफसरों को बताया कि उनके पास खाद बेचने के लिए लाइसेंस है। लेकिन, उन्होंने खाद बेचना बंद कर दिया है, जिसके कारण उन्होंने स्टाक ही नहीं उठाया है। जांच में यह भी पता चला कि इन दुकान मालिकों ने खाद का विक्रय रिपोर्ट भी वरिष्ठ कार्यालय को नहीं भेजा है और न ही मूल्य सूची का प्रदर्शन किया है। लिहाजा, अफसरों ने सभी छह दुकानों के लाइसेंस को निरस्त कर दुकान संचालकों के आईडी को जब्त कर लिया है।

पॉश मशीन में होती है खाद की एंट्री
अफसरों ने बताया कि खाद का ब्लैक मार्केटिंग रोकने के लिए राज्य शासन ने पॉश मशीन सिस्टम लागू किया है। इससे निजी दुकान संचालकों को भी अपने स्टाक की जानकारी कृषि विभाग को देना है। उन्हें खाद के स्टाक के साथ ही खाद बेचने वाले किसानों की जानकारी भी एंट्री करना है। इससे विभाग को यह पता चल सके कि खाद किसे और कब बेचा गया। पॉश मशीन के जरिए दुकान संचालकों की गतिविधियों पर ऑनलाइन नजर रखी जा रही है।

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