पलारी निर्मला रजक:- मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा प्रमुख मांग
1-छत्तीसगढ़ में दिनांक 30 -12-22 तक पूर्ण शराबबंदी करें छत्तीसगढ़ में शराब के कारण महिलाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही हैं बच्चों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं नशे में धुत होकर मां बाप के साथ मार पिटाई नशे में दुर्घटनाओं का होना। सामाजिक एवं आर्थिक क्षति शराब के कारण 90% परसेंट अपराध का होना शराब के कारण श्रमिक वर्ग की महिलाएं भी धीरे-धीरे नशे की शिकार होती जा रही हैं। मातृशक्ति आपसे निवेदन करते हैं कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए शराब को राजस्व का स्रोत ना बनाए जाएं और ना ही अबोध मानव के शरीर का दोहन कर आय का साधन ना बनाये जाएओके छत्तीसगढ़ का विकास यहां रहने वाले व्यक्ति के लिए किया जाता है जो कि शराब के कारण उनके विनाश का कारण बनता जा रहा है। इसलिए छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी की जाय
2-विधवा महिला / परित्यक्ता/वृद्धा पेंशन से गरीबी रेखा के सर्वे सूची की बाध्यता हटाई जाए ..गांव शहर आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद गरीबी रेखा सर्वे सूची में नाम न होने के कारन पेंशन नहीं मिलता और गरीब वर्ग सरकार की पेंशन योजना से वंचित रह जाता है जबकि उच्च पद पर बैठे नेता गण तथा सरकारी कर्मचारी को आर्थिक रूप से सक्षम होने के बावजूद भी उन्हें पेंशन की सुविधा दी जाती है जिसके लिए सर्वे सूची की बाध्यता नहीं होती इस तरह गरीब वर्ग के साथ भेदभाव करना उचित नहीं महिलाओं के साथ उचित न्याय विधवा/ परित्यकता/ वृद्धा पेंशन से गरीबी रेखा सर्वे सूचीसे बाध्यता हटाई जाए ताकि सरकार की पेंशन योजनाओं का लाभ सभी गरीब वर्ग को मिले बलौदा बाजार मातृशक्ति आपसे अनुरोध करते हैं कि छत्तीसगढ़ को नशा मुक्त छत्तीसगढ़ कर हम सब मातृशक्ति का सम्मान करें छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराब बन्द की कृपा करें।
सयोजिका लक्ष्मी साहू, वंदना टांडेकर मातृशक्ति जिला प्रमुख मंजू साहू निर्मला रजक सुरजा चेलक शीला शुक्ला साधना पवार बृजबाई वर्मा, ब्रिज वर्मा, मिथलेश साहू लता साहू हिमेश्वरी पटेल सृष्टि साहू उपस्थित रही