हिंदू धर्म में होली का खास महत्व है। रंगों से भरे इस पर्व का लोगों को सालभर इंतजार रहता है। होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा ( purnima) दिन मनाया जाता है। इस बार 17 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा। फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से हालिकाष्टर लगेगा। इस बीच फुलैरा दूज, रंगभरी एकादशी, लट्ठमार होली और लड्डू होली के पर्व मनाए जाएंगे।
होलिका दहन ( holika dahan)के दिन उपाय करना बहुत कारगार साबित होता है। इस प्रयोग को करते वक्त शुद्धता और पवित्रता का खास ध्यान रखें। वहीं उपाय को करते समय गोपनीयता का ध्यान रखना जरूरी है।
ऐसे करें पूजा ( worship)
होलिका दहन से पहने स्नान आदि कर साफ वस्त्र पहनें। इसके बाद एक नारियण लें। इसे अपने व परिवार के ऊपर से सात बार घड़ी की सुई की दिशा में वार लें। अगर किसी सदस्य को अधिक समस्या है, तो अलग से नारियल( coconut) उसके ऊपर से उतारें। इसके बाद अपने अभिष्ट देवता से प्रार्थना करें। वह श्रीफल को होलिका दहन की अग्नि में डाल दें। इसके बाद सात बार होलिका की परिक्रमा करें। इसके बाद भगवान को फल या मिष्ठान का भोग लगाएं।
कब मनाएं जाएगी होली ( holi)
साल 2022 में होली का पर्व (होली 2022) 18 मार्च को पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर 17 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा, जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि होलिका की आग में अहंकार और बुराई का भस्म हो जाता है। इस तरह इस बार होलिका दहन 17 मार्च को है और इसके एक दिन बाद यानी 18 मार्च को होली खेली जाएगी।