तिलकराम मंडावी/डोंगरगढ़: प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनतें ही स्थानीय स्तर पर कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने नेहरू काॅलेज स्टेडियम को संवारनें के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया। करीब डेढ़ साल में स्टेडियम का कायाकल्प हुआ और आम लोगों के लिए इसे खोल दिया गया। लेकिन कांग्रेस का ड्रीम प्रोजेक्ट 6 महीनें के भीतर ही दम तोड़ता दिख रहा है। क्योंकि स्टेडियम ग्राउंड में लगे अधिकतर पफ बंद हो गए है तो मोटर जलनें की वजह से ग्राउंड के घास को पानी नहीं मिल पा रहा है। तेज धूप व पानी नहीं मिलनें की वजह से घास पीले पड़ गए है तो कई जगहों से घास ही गायब हो गया है। जबकि गर्मी में ही ग्राउंड में लगे घास को हरा-भरा रखना ही चुनौती था। गर्मी में दोनों समय घास को पानी की जरूरत थी किंतु प्रबंधन ने यह नहीं किया। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व नेहरू काॅलेज स्टेडियम जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष नवाज खान व विधायक भुनेष्वर बघेल ने स्टेडियम को संवारनें के लिए विषेश रूचि ली और खिलाड़ियों की मंषानुरूप ग्राउंड तैयार भी हुआ। किंतु मेंटेनेंस के अभाव के चलतें 6 महीनें के भीतर ही ग्राउंड से हरियाली गायब होनें लगी है। पानी नहीं मिलनें व धूप से घास पीले पड़कर जल रहे है। बता दें कि पिछलें साल के अंत में ग्राउंड का उद्घाटन किया गया था। जिसके 6 महीनें के बाद ही हरियाली गायब होनें लगी है।
मेंटेनेंस के लिए टेक्निकल टीम की कमी- स्टेडियम सौंदर्यीकरण के लिए जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार से फंड लाकर काम तो करा लिया। किंतु स्टेडियम के देख-रेख व मेंटेनेंस के लिए टेक्निकल टीम की कमी बनी हुई है। जबकि घास को पानी, खाद व मिट्टी आदि टेक्निकल जरूरतों को समय पर पूरा करनें के लिए अनुभवी टीम की जरूरत है। साथ ही टीम के रहनें से ग्राउंड की माॅनीटरिंग भी होगी। लेकिन स्टेडियम समिति ने इस ओर पहल ही नहीं किया। जिसकी वजह से 6 महीनें में ही दम तोड़तें दिख रही है।
अलग से समिति बनाकर निगरानी की जरूरत- स्टेडियम की निगरानी व मेंटेनेंस के लिए अलग से समिति बनानें की जरूरत है। इस पर जनभागीदारी समिति ने चर्चा भी की थी। किंतु इस विशय पर सहमति नहीं बन पाई। फिलहाल स्टेडियम खुलनें व बंद करनें की जवाबदारी नगर पालिका पर है। परंतु स्टेडियम को सुरक्षित व सुंदर रखनें के लिए निगरानी समिति बनानें की जरूरत है। भविश्य में दर्षकों के बैठनें के लिए कुर्सी व ग्राउंड के चारों ओर चेकर टाइल्स तथा ओपन जिम लगानें का भी प्रस्ताव है।
जिम संचालन को लेकर दो वार्डों में विवाद की स्थिति- ग्राउंड में जिम का भी संचालन होना है। लोकार्पण के पूर्व आनन-फानन में जिम बिल्डिंग का रंग-रोगन करा दिया गया और कुछ ही दिनों में जिम के सामान लगनें का दावा किया गया था। लेकिन छह महीनें के बाद भी बिल्डिंग खाली पड़ी हुई है। अब तक जिम का सामान नहीं लग पाया है, इसलिए आम लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। बताया जा रहा है कि जिम निर्माण वार्ड 20 में होना था जिसे वार्ड 11 में किया गया है। इसे लेकर ही दो वार्डों में खींचतान की स्थिति बनी हुई है।
दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई हैः देवांगन- सीएमओ यमन देवांगन ने बताया कि स्टेडियम के देख-रेख व मेंटेनेंस के लिए नगर पालिका से दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। मोटर जल गया था जिसकी वजह से थोड़ी परेषानी आई थी। ग्राउंड में नियमित पानी डालनें के लिए निर्देषित किया गया है।
टेंडर प्रक्रिया पूरी होनें के बाद मिलेगा लाभः मेहरा- नगर पालिका के सब इंजीनियर विजय मेहरा ने बताया कि जिम के सामान के लिए अभी टेंडर निकाला गया है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होनें के बाद जिम के सामान लग जाएंगे। इसके बाद आम लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
फोटो डीजीजी 01 नेहरू स्टेडियम का ग्रीन घास मेंटेनेंस के अभाव में पीला पड़ रहा।