रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में राज्योत्सव से पहले तेलीबांधा थाना क्षेत्र के VIP चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की घटना ने तूल पकड़ लिया। देर रात अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मूर्ति को उखाड़ा गया और सिर को भी अलग कर दिया गया। इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों और छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना में आक्रोश फैल गया। संगठन ने इसे छत्तीसगढ़ की अस्मिता पर हमला बताते हुए जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों की इस दौरान पुलिस के साथ भी झड़प हुई। पुलिस ने क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल सहित कई सदस्यों को हिरासत में लिया।
जानकारी के मुताबिक, VIP चौक के राम मंदिर तिराहे पर छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना द्वारा स्थापित छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। मूर्ति को दीवार से उखाड़कर उसका सिर अलग कर दिया गया। सुबह घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोग मौके पर जुटे। सूचना पर तेलीबांधा पुलिस, अतिरिक्त SP ग्रामीण कीर्तन राठौर, सिविल लाइन CSP रमाकांत साहू और अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।
क्रांति सेना का विरोध
छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के सदस्यों ने घटना को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान पर हमला बताते हुए नारेबाजी की और धरना दिया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और संगठन के बीच धक्कामुक्की हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं की गई। क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल ने पुलिस-प्रशासन पर असंवेदनशील रवैया अपनाने का आरोप लगाया और मांग की कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, प्रदर्शन जारी रहेगा।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भादंस की धारा 298 के तहत मामला दर्ज किया, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और पवित्र वस्तु को नुकसान पहुंचाने से संबंधित है। आसपास के CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं, सीएम विष्णुदेव साय ने घटना की कड़ी निंदा की और कहा, “इस कृत्य को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”

