संस्कारों से सींचा गया बचपन ही सशक्त समाज की नींव रखता है समर कैंप में कहां बीके उमा
बिलासपुर/यु मुरली राव
ब्रह्माकुमारीज़ हेमुनगर सेवाकेंद्र द्वारा आयोजित समर कैम्प का भव्य समापन समारोह अपार उत्साह, उमंग और आध्यात्मिक वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस समर कैम्प के दौरान बच्चों ने आत्मिक ज्ञान, नैतिक शिक्षा, योग, ध्यान तथा रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से स्वयं को नई दिशा दी। समापन दिवस पर बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नृत्य, गीत, नाटक और योग प्रदर्शन ने उपस्थित अभिभावकों और अतिथियों का मन जीत लिया।
समारोह के मुख्य अतिथि अधिवक्ता दीपक दत्ता ने अपने संबोधन में बच्चों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से बच्चों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और नैतिक मूल्यों का विकास होता है। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की एवं विशिष्ट अतिथि आदित्रि दत्ता ने बताया कि जब मैं छोटी थी तो मैं भी यहां आई थी और मुझे बहुत अच्छा लगता था और यहां आकर मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला अभी मैं भी यहां आती हूं और राज योग का अभ्यास करके उसका लाभ लेते रहते हैं।
सेवाकेंद्र प्रभारी बीके लता ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युग में शिक्षा के साथ-साथ आत्मिक बल और संस्कारों की भी उतनी ही आवश्यकता है। उन्होंने बच्चों को राजयोग ध्यान को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी, जिससे वे आंतरिक शांति, एकाग्रता और आत्म-संयम प्राप्त कर सकें।
बीके उमा बहन ने कहा कि संस्कारों से सींचा गया बचपन ही सशक्त समाज की नींव रखता है, विशेष रूप से अभिभावकों को भी संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को केवल भौतिक सफलता ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों से समृद्ध बनाना ही सच्ची परवरिश है। जब घर का वातावरण प्रेमपूर्ण, सकारात्मक और आध्यात्मिक होता है, तभी बच्चे सही दिशा में बढ़ते हैं कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बच्चे एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।