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छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने पर पीएम मोदी ने मांगी माफी, जानें क्या बोले

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महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में बीते दिनों छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई थी। इस घटना को लेकर महाराष्ट्र में बड़ा राजनीतिक घमासान मचा हुआ था। आज शुक्रवार को महाराष्ट्र पहुंच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकसभा में इस घटना को लेकर माफी मांगी है। पीएम मोदी ने इस घटना को लेकर माफी मांगते हुए कहा है कि  हमारे लिए शिवाजी आराध्य है। आइए जानते हैं पीएम मोदी ने और क्या कहा है।

क्या बोले पीएम मोदी?

महाराष्ट्र के पालघर में शुक्रवार कोपीएम मोदी ने कहा कि जब मुझे पीएम का उम्मीदवार घोषित किया था तब सबसे पहले मैं रायगढ़ गया था छत्रपति शिवाजी महाराज के यहां। पिछले दिनो सिंधुदुर्ग में जो हुआ शिवाजी ये सिर्फ नाम नहीं है,वो सिर्फ राजा नहीं है, हमारे लिए शिवाजी आराध्य है। शिवाजी के चरणों में नमन करके माफी मांगता हूं।

कुछ लोग सावरकर को गाली देते रहते हैं- पीएम मोदी

महाराष्ट्र के पालघर में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोग वीर सावरकर को गाली देते रहते हैं लेकिन उनके अपमान के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो आए दिन भारत मां के महान सपूत, इसी धरती के लाल वीर सावरकर को अनाप-शनाप गालियां देते रहते हैं, अपमानित करते रहते हैं, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते हैं।  वे लोग वीर सावरकर को गालियां देने के बाद भी माफी मांगने को तैयार नहीं हैं। उनको पाश्चाताप नहीं होता है… महाराष्ट्र की जनता उनके संस्कार को अब जान गई है।

महाराष्ट्र के लिए बड़े फैसले लिए गए- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के पालघर में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। इस परियोजना की कुल लागत लगभग 76,000 करोड़ रुपये है। पीएम मोदी ने करीब 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि महाराष्ट्र के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। वाढवण पोर्ट की आज नींव रखी गई है। ये देश का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट होगा।

नया भारत- इतिहास से सबक लेता है- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अब ये भारत, नया भारत है। नया भारत- इतिहास से सबक लेता है, अपने सामर्थ्य को पहचानता है, अपने गौरव को पहचानता है, गुलामी की बेड़ियों के हर निशान को पीछे छोड़ते हुए नया भारत समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर में मील के नए पत्थर लगा रहा है। एक समय था, जब भारत को विश्व के सबसे समृद्ध और सशक्त राष्ट्रों में गिना जाता था। भारत की इस समृद्धि का एक बड़ा आधार था- भारत की सामुद्रिक सामर्थ्य… हमारी इस ताकत को महाराष्ट्र से बेहतर और कौन जानेगा?

अजित पवार ने भी माफी मांगी थी

सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने के मामले में डिप्टी सीएम अजित पवार ने भी माफी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि दो-तीन दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टेचू गिर गया। ये बहुत निंदनीय है। इसमें जो भी अपराधी है, उसको इसकी सजा देंगे। मैं इस महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम, महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से क्षमा मांगता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र के देवता हैं।

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