प्रदेश के छात्रावासों में अनियमितताओं का दौर जारी-
छात्रावास अधिकारी साथियों सहित शराब खोरी करते रंगे हाथों पकडे गए, दोषियों को सहायक आयुक्त ने निलंबित किया
बिलासपुर। सुरेश सिंह बैस– प्रदेश के आदिवासी छात्रावासों में अनियमिताएं थमने का नाम नही ले रही हैं। जहां बस्तर में छात्रावास में छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना हुई तो वहीं बीजापुर में एक छात्रा को छात्रावास के अंदर घुसकर मारपीट किये जाने की घटना सामने आने के बाद अब खुर्जा ग्राम में स्थित प्री मैट्रिक आदिवासी छात्रावास की घटना सामने आ गई है। ज्ञातव्य हो कि जीपीएम जिले के कोरजा गांव स्थित प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास के अन्दर अधीक्षक और उनके साथी के द्वारा शराबखोरी किये जाने का तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया है ।
पिछले दिनों से देखा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी छात्रावासों में अनियमितताएं थमने का नाम नही ले रही हैं । इसी क्रम में बस्तर के सुकमा में जहां आदिवासी बच्ची के साथ छात्रावास अधीक्षक के पति के द्वारा दुष्कर्म के वारदात को अंजाम दिया गया। तो एक अन्य मामले में छात्रावास में रहने वाली नाबालिग छात्रा के पिटाई का वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो में एक व्यक्ति के द्वारा बच्ची की पिटाई की जा रही थी। अभी यह दोनों मामले शांत भी नही हुए थे कि जीपीएम जिले के गौरेला ब्लॉक में स्थित ग्राम पंचायत कोरजा में स्थित प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास जो ग्राम पंचायत भवन कोरजा के हाई स्कूल के सामने है। वहां पर आदिवासी बच्चों के परिजन अपने बच्चो के बेहतर भविष्य को गढ़ने के लिए उन्हें प्रशासन की जवाबदारी में आदिवासी छात्रावासों में रहकर पढ़ाई करने भेजते हैं,पर बच्चों के परिजनों को नही पता था कि यहां पर उनके बच्चो को बेहतर भविष्य नही बल्कि जिन्हें इनकी जवाबदारी सौंपीं गई है, वही लोग बच्चो के छात्रावास में शराबखोरी करते हैं। जी हां सुनने में थोड़ा आश्चर्य होगा पर यह बिलकुल सही है कोरजा स्थित आदिवासी छात्रावास का कल रात की तस्वीरें सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। जिसमे छात्रावास के अन्दर छात्रावास अधीक्षक कोरजा उतरा दिवाकर, रेवा लाल सोनवानी रोजगार सहायक कोरजा, गोरेलाल कोल निवासी कोरजा के साथ एक अन्य छात्रावास का अधीक्षक चारों व्यक्ति छात्रावास के अंदर ही बैठकर कच्ची महुआ शराब पी रहे थे, और चना, प्याज , पापड़, अंडा को चखने के रूप में उपयोग कर रहे थे। और शराब पीने में मस्त थे। तभी आदिवासी छात्रावास के अंदर शराबखोरी करने की भनक गाँव के उप सरपंच अभय वर्मा और कुछ ग्रामीणों को हो गई ,और वे सभी मौके पर तत्काल छात्रावास पहुंच गए ।और सभी को रंगे हाथ पकड़ लिया। जब इन लोगों ने उनसे एतराज जताया तो शराबखोरी करने वाले लोगो का विवाद भी ग्रामीणों से होने लगा। जिसके बाद मामले की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी गई है । मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मौके पर सहायक आयुक्त ललित शुक्ला अपने अधिकारियो को लेकर पहुंचे। जहां उन्होंने जांच के दौरान पाया गया कि हॉस्टल अधीक्षक उतरा दिवाकर, रोजगार सहायक रेवालाल सोनवानी दोनो शराब के नशे में है। वही अधिकारियों के पूछताछ में भी यह बात सामने आई है। इसके बाद रोजगार सहायक रेवालाल सोनवानी ने अपने कुछ साथियों को बुलाकर सहायक आयुक्त ललित शुक्ला के सामने ही गांव के उपसरपंच अभय वर्मा से गाली गलौज करने लगे। तब अधिकारी के द्वारा डांट कर उन लोगों को हॉस्टल से बाहर किया गया। मौके पर जब काफी विवाद की स्थिति बनने लगी तो गौरेला पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को संभाला। और छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने वाले बच्चों से मुलाकात करते हुए बच्चो से भी छात्रावास में शराबखोरी की बात पूछी गई। पूछताछ के दौरान मासूम बच्चों ने दबी जुबान से कहा कि हां सर यहां बैठ कर ये लोग शराब पीते हैं। अपने साथियों के साथ भी शराब पीते है। पूरी घटना की जानकारी सहायक आयुक्त को भी दे दी गई है। वहीं पुलिस केत द्वारा थाने आकर शिकायत दर्ज कर आगे पुलिसिया कार्यवाही किये जाने की बात कही गई है। मौके और मुलाहजे में छात्रावास अधीक्षक और रोजगार सहायक समेत सभी 4 लोग नशे में मिले। सहायक आयुक्त ने सादे कागज में माफीनामा लिखवा कर मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को किये जाने की बात कही गई थी।
वहीं आदिवासी सहायक आयुक्त डॉ ललित शुक्ला से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। और शीघ्र ही दोषियों के खिलाफ निलंबन कि कारवाई की जा रही है। साथ ही मामले में आवश्यक रूप से कड़ी से कार्रवाई की जाएगी।
वहीं थाना प्रभारी गौरेला सौरभ सिंह से जानकारी लेने पर बताया कि शिकायत मिलने पर जांच पड़ताल करने के पश्चात उचित कार्यवाही की जाएगी।