बलरामपुर ब्यूरो (आफताब आलम ) | वन सुरक्षा श्रमिक मजदूरों ने वन मंडला अधिकारी से लिखित शिकायत करते हुए गुहार लगाया है कि हमारी मजदूरी ₹9200 का वाउचर में बनाया जा रहा है, और हमारे खाते में ₹5000 का भुगतान किया जा रहा है, प्रति मजदूर ₹4200 का गमन वन परिक्षेत्रा अधिकारी के द्वारा किया जा रहा है, जिसमें सैकड़ों मजदूरों का मजदूरी में घोटाला वन परिक्षेत्रा अधिकारी के द्वारा खुले आम तौर से किया गया है, जिससे गरीब मजदूरों को अपनी रोजी-रोटी चलाना मुश्किल हो गया है | आपको बता दे कि बलरामपुर वन मंडल के वन परीक्षेत्र अंतर्गत वन सुरक्षा श्रमिको के द्वारा किए गए कार्य का भुगतान संबंधित वन परिक्षेत्रा अधिकारी, परिक्षेत्र सहायक के मिलीभगत से वन सुरक्षा श्रमिकों के मजदूरी में डाका डाला जा रहा है,जिसकी शिकायत वन सुरक्षा श्रमिकों ने बलरामपुर वन मंडल के वन मंडला अधिकारी विवेकानंद झा से करते हुए वाउचर में बनाए गए मजदूरी की संपूर्ण राशि भुगतान कराने की मांग की है | मजदूरों ने कहा कि हमारा मजदूरी ₹9200 भाउचर में बनाया जा रहा है, और हमारे खाते में ₹5000 डाल कर प्रति मजदूर ₹4200 का गमन वन परीक्षेत्रा अधिकारी एवं परिक्षेत्र सहायक के द्वारा किया जा रहा है, गरीब मजदूरों के मजबूरी में डाका डालने वाले वन परिक्षेत्रा आधीकारी पर मजदूरों ने वन मंडल बलरामपुर के वन मंडला अधिकारी से लिखित शिकायत करते हुए कार्यवाही की मांग की है | वहीं मजदूर ने कहा है कि हमारे मजदूरी में बनाया गया बिल भाउचर के अनुसार भुगतान कराया जाए | हमारे रिपोर्टर आफताब आलम से बात करते हुए वन सुरक्षा समिति के मजदूरों ने कहा कि हम अपनी मजदुरी का मांग वन परिक्षेत्रा अधिकारी से कर रहे हैं तो उनके द्वारा धमकी दिया जा रहा है 5000 में काम करना है तो करो नहीं तो काम से निकाल दिया जाएगा, कुछ मजदूरों ने कहा कि हम लोगों को काम से भी बाहर कर दिया गया है, हम लोग अपने हक अधिकार की आवाज उठा रहे हैं तो हमें काम से ही बाहर कर दिया जा रहा है,भ्रष्टाचारी वन परिक्षेत्रा अधीकारी पर कार्यवाही नहीं होती है तो हम लोग उग्र आंदोलन करेंगे | वही हमारे रिपोर्टर आफताब आलम से बात करते हुए उप वन मण्डला अधिकारी रविशंकर श्रीवास्तव ने कहा कि मजदूरों के शिकायत की जांच के लिए वन मण्डला अधिकारी द्वारा मुझे दिया गया है, जांच चल रहा है जांच उपरांत दोसी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी | अब देखने वाली बात यह है कि क्या खबर प्रकाशन के बाद भी वन सुरक्षा श्रमिक मजदूरों के मजदूरी भुगतान में गड़बड़ी करने वाले अधिकारी कर्मचारी पर कोई कार्यवाही हो भी पाती है या नही |