खरसिया। सावन के तीसरे सोमवार शिवभक्तों के मन की उमंग देखते ही बनती थी। भोर से ही सभी शिवालयों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी, अपने इष्टदेव को रिझाने के लिए कोई बिल्वपत्र लेकर आया तो कोई आक के फूल, कोई कच्चा दूध लेकर आया तो कोई गंगाजल। हर कोई अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार अपने आराध्य को प्रसन्न करने के लिए शिव-दरबार पहुंचे। हजारों शिवभक्तों ने आज जलाभिषेक कर अपनी मनोकामना त्रिलोकीनाथ के सम्मुख प्रकट की। इन्हें विश्वास है कि शिवजी इनकी कामनाओं को निश्चित ही पूर्ण करेंगे।
बरगढ़ के सिद्धेश्वर भोलेनाथ के धाम तथा नगर के प्रहरी के रूप में विराजमान स्टेशनचौक के शिवमंदिर में भोर से ही भक्तों का तांता लगा रहा। वहीं गंजबाजार स्थित शिवमंदिर, पीपलपेड़ के नीचे विराजे शिव-परिवार, चंदन तालाब स्थित शिवमंदिर, महुआपाली रोड़ के स्वयंभू शिवमंदिर सहित भगत तालाब के शिवमंदिर में सुबह से ही गूंजती नमःशिवाय-पंचाक्षरी ने भक्तों का मन मोह लिया। गौशाला के सामने स्थित प्राचीन शिवमंदिर सहित पूरे अंचल के शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ लगी रही।
▪️शिव परिवार ने उठाई विशेष कांवर
शिव परिवार द्वारा आयोजित विशेष कावर ने लोगों का दिल जीत लिया। शिव जी की विशाल प्रतिमा के साथ इस कांवर का वजन 150 किलो से अधिक रहा। वहीं शिव भक्तों ने 13 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए ग्राम बरगढ़ स्थित सिद्धेश्वर भोलेनाथ के दरबार से कांवर उठाई और भगत तालाब स्थित शिव मंदिर तक बोल-बम के जयघोष के साथ उत्साह पूर्वक लेकर आए। पूरे रास्ते भर डीजे में शिव भजन बजते रहे, शिव भजनों में झूम रहे भक्तों ने यह कांवर उठाई और अपने आराध्य को शुद्ध जल समर्पित किया। कांवर पर स्थित शिव जी की विशाल प्रतिमा लोगों का मन मोह रही थी।