महेन्द्र सिंह ठाकुर
गरियाबंद/ नवापारा राजिम… अधिकार और कर्तव्य दोनों मानव जीवन और समाज देश प्रदेश के सभी सिस्टम में नेचुरल और विधि सम्मत ढंग से लागू है लेकिन इनमें कर्तव्य बोध ज्यादा कराया जाए और उस कर्तव्य बोध के विधि सम्मत अधिकार को अनदेखा किया जाए तो कहीं ना कहीं असंतुलन पैदा हो जाता है और परिणाम विरोध, कार्य में कोताही, काम बंद ,हड़ताल के रूप में दिखाई देने लगता है ऐसा ही कुछ 25 जुलाई से छत्तीसगढ़ प्रदेश में समस्त कर्मचारी अधिकारी एवं शिक्षक संगठन के पांच दिवसीय हड़ताल में जाने की वजह से दिखाई दे रहा है इनकी मांग केंद्र सरकार के कर्मचारियों को दिए जाने वाले महंगाई भत्ते और गृह भाड़ा भत्ते की मांग है यह विषय सरकार और कर्मचारियों अधिकारियों का है लेकिन पूरे प्रदेश में समस्त सरकारी कामकाज पूरी तरह से थम सा गया है केवल संविदा कर्मचारियों के भरोसे काम हो रहा है हमारे यहां पर बात समस्त शिक्षक संघ के हड़ताल पर जाने से उत्पन्न विषम स्थिति से है पूरे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ठप है हजारों बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे अपनी इस लाचारी को गरियाबंद जिले के सुदूर देवभोग ब्लॉक उड़ीसा बॉर्डर मे स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला माडा गांव के कक्षा छठवीं के ब्रिलेंट विद्यार्थी जो कुछ नंबरों से नवोदय में चयन होने से रह गया कर्मठ होनहार बालक गजानन बीसी ने छत्तीसगढ़ वाच ब्यूरो प्रमुख महेंद्र सिंह ठाकुर से स्वयं पहल करके कहा -सर आप मेरी ओर से छत्तीसगढ़ राज्य के सभी छात्र छात्रा जो हड़ताल की वजह से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं हमारे मुख्यमंत्री और प्यार से कका के नाम से पुकारे जाने वाले भूपेश बघेल जी तक मेरी अपील पहुंचा दीजिए की स्कूल बंद होने से हम पढ़ने वाले बच्चों का प्रतिदिन बहुत नुकसान हो रहा है मेरे माता पिता कृषि मजदूर हैं उन्होंने मुझसे और मेरी बड़ी बहन जिसका नाम भूमिसुता बीसी है बड़ी बड़ी उम्मीद उम्मीदें पाल रखे हैं और हम जी जान से उसमें लगे हुए हैं क्योंकि हमारे सामने पढ़ाई के अलावा आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं है मैं एपीजे अब्दुल कलाम जी जैसा साइंटिस्ट और मेरी बहन आईएएस बनना चाहती है अभी स्कूल बंद होने से मैं घर में रहकर पढ़ाई कर रहा हूं और खाली समय में घर की गाय को चराने जाता हूं मेरे जैसे हजारों बच्चे होंगे इनके भविष्य को देखते हुए हड़ताल को समाप्त करवाने की कृपा करें।
मुझे सरकारी स्कूलों को बंद देख दुख होता है भूपेश सर जल्दी स्कूल खुलवाएं…. वही देवभोग अंचल के जाने-माने और प्रतिष्ठित प्राइवेट एम मनु पब्लिक स्कूल की कक्षा फिफ्थ की जागरूक ,पब्लिक वेलफेयर, प्रदेश और देश की अच्छी जानकारी रखने वाली होशियार छात्रा प्रिया तिवारी निवासी झाखरपारा देवभोग ने भी अपनी ओर से छत्तीसगढ़ वाच ब्यूरो प्रमुख से बात करते हुए कहा मैं लगातार देख रही हूं सरकारी स्कूल बंद है और ज्यादातर बच्चे इधर-उधर घूमते नजर आते हैं तो मुझे बहुत अफसोस और दुख होता है शिक्षक गण हड़ताल में है यह जानकारी मैंने न्यूज़पेपर और टेलीविजन से ली है मेरी हमारे ऑनरेबल मुख्य मंत्री भूपेश बघेल सर से विनम्र अपील है शिक्षकों की हड़ताल अति शीघ्र समाप्त करवाएं ताकि मेरे प्रदेश के हजारों सहपाठी भाई बहन जो छोटी बड़ी कक्षा में सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं वे अपनी पढ़ाई अच्छी तरह से कर सके क्योंकि भविष्य की बुनियाद अच्छे नीव प्राइमरी और मिडिल क्लास से होती है जैसे कि मैं भी प्राइमरी क्लास में हूं और यहीं से अच्छे भविष्य की बुनियाद पड़ती है इसमें मैं दो पंक्तियां कहना चाहती हूं… जहां पूरा ज्ञान है वही सुख है…. जहां अधूरा ज्ञान है वही जिंदगी भर दुख है।। अगर पढ़ाई अधूरी रह गई तो मेरी कही बात सच साबित हो जाएगी 2 वर्ष के भीषण कोरोना काल में वैसे भी हम बच्चों को स्कूल बंद होने से बेहद नुकसान उठाना पड़ा है ऑनलाइन पढ़ाई से प्रत्यक्ष पढ़ाई अभी से नहीं अनादि काल से सर्वश्रेष्ठ है और हमेशा रहेगी।
नंबर 1 फोटो गजानन बीसी माडा गांव देवभोग जिला गरियाबंद छत्तीसगढ़।
फोटो नंबर 2. बेबी प्रिया तिवारी झाखर पारा देवभोग जिला गरियाबंद छत्तीसगढ़