बालोद। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल भवनों व परिसरों का उपयोग शादी-विवाह के आयोजन के लिए करने पर सख्त मनाही है, लेकिन गुरुर ब्लाक के मोहारा हाई स्कूल में इस आदेश पर अमल नहीं हो रहा है। स्थिति यह है कि मोहारा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पंडाल ताना जा रहा हैं। बताया जा रहा कि सोमवार को पार्टी है इसलिए पंडाल लगाया जा रहा है। स्थिति यह है कि स्कूल का एक भी कोना नही बचा जहां पंडाल न लगाया जा रहा हो। स्कूल में इस विवाह समारोह से बच्चों की पढ़ाई पर तो फर्क पड़ेगा ही साथ ही समारोह के बाद स्कूल में गंदगी के ढेर भी नजर आएंगे, ऐसे वातावरण में बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। जबकि शासन के निर्देश हैं, शासकीय शाला परिसर का उपयोग निजी कार्यों के लिए नहीं किया जा सकता है। सभी प्राचार्यों को इस सम्बंध में पूर्व में अवगत कराया जा चुका है। निर्देशों के पालन में लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।
● स्कूलों में गैर शैक्षणिक आयोजन पर प्रतिबंध, बावजूद इसके तन रहा पंडाल ●
गौरतलब हो कि जिले के किसी भी सरकारी स्कूल भवन अथवा मैदान का उपयोग शादी, पार्टी जैसे निजी कार्यक्रम, आयोजन के लिए नहीं हो सकता। लोक शिक्षण संचालनालय ने इस सम्बंध में जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी करते हुए पालन कराए जाने के लिए कहा है। इस आदेश के बाद शासकीय स्कूलों के मैदानों में कोई गैर शैक्षणिक आयोजन नहीं किए जा सकते हैं। बावजूद इसके मोहारा के सरकारी स्कूल में समारोह का आयोजन होना कई सवाल खड़ा करता है। शिक्षण सत्र के दौरान ऐसे आयोजन के लिए आयोजक व प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
● स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई हो रही प्रभावित ●
किसी भी सरकारी स्कूल में शैक्षिक कार्यक्रम के अलावा शादी समारोह या फिर अन्य आयोजन करना प्रतिबंधित है। यदि फिर भी किसी सरकारी स्कूल में कोई आयोजन होते पाया जाता है तो स्टॉफ के साथ साथ आयोजक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी पैसे लेकर सरकारी स्कूल में शादी समारोह जैसे तमाम आयोजन कराए जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों में शादी समेत अन्य तरह के आयोजन किए जाने की तमाम शिकायतें प्रशासन व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मिल रही हैं। इसके चलते स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
● अनुमति किसी ने नही दी फिर भी लगा रहे पंडाल ●
मामले में स्कूल की प्राचार्या रजनी सिन्हा का कहना है कि उन्होंने कोई अनुमति नही दी है। इस बारे में उन्हें कुछ नही कहना, समिति वालो से बात करने को कह फोन को डिस्कनेक्ट कर दिया। जबकि समिति के अध्यक्ष का भी कहना है उन्हें इस बारे में कुछ पता नही। वो गरियाबंद गए हुए थे, आए तो देखा कि स्कूल में टेंट लग रहा है। अनुमति किसी ने नही दी है, हरिकृष्ण नाम का एक व्यक्ति का कहना है कि इसके लिए बीईओ से लिखवाकर लाए है।
● वर्जन ●
मुझे जैसे ही पता चला मैंने तत्काल पंडाल को हटाने के लिए बोला है। बीईओ और डीईओ को दोनों को बोला गया है। किसके परमिशन से लगाया है पता करने को कहा गया है और तत्काल प्रिंसिपल को नोटिस जारी करने को कहा गया है: रश्मि वर्मा अनुविभागीय अधिकारी राजश्व, गुरुर