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चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ

तापस सन्याल भिलाई/ कित्सा शिक्षा पाठ्यक्रम में विभिन्न कोर्सो में प्रवेश हेतु NEET लिया जाता है। इसी NEET के आधार पर बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में भी प्रवेश लिया जाता है, चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। इस हेतु चिकित्सा शिक्षा विभाग के वेब पोर्टल में 22 फरवरी से छत्तीसगढ़ के समस्त निजि व शासकीय क्षेत्र के फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु शासन द्वारा न्यूनतम अंक की बाध्यता समाप्त कर दी गई है, अर्थात् ऐसे सभी विद्यार्थी जिन्होने NEET की परीक्षा दी है, तथा बारहवी बायोलाजी से सामान्य वर्ग के लिए 50 प्रतिशत प्राप्त किये है, वे फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए पात्र है। ऐसे समस्त विद्यार्थी जिन्होने एम.बी.बी.एस. व डेंटल के लिए काउंसिलिंग कर सकते है इस हेतु विद्यार्थी को पुनः शुल्क नही देना होगा। ऐसे विद्यार्थी को वेब पोर्टल में बी.पी.टी. लॉगिन के बटन दबाने पर ऑलरेडी पेड फीस के बटन को क्लिक करके बिना शुल्क जमा किये आवेदन जमा कर सकते है।

ज्ञातव्य है कि बैचलर ऑफ फिजियोथैरेपी साढे़ चार वर्षीय पाठ्यक्रम होता है जिसमें चार वर्ष अध्ययन तथा छः माह का ईन्टर्नशिप करना होता है। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में इस पाठ्यक्रम को संचालित करने वानी दो संस्थाएं हैं, एक शासकीय व दूसरी निजी क्षेत्र की अपोलो कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी, अंजोरा दुर्ग है जो कि विगत 20 वर्षो से संचालित है।
फिजियोथैरेपी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिए ऑनलाईन आवेदन की अंतिम तिथि 10 मार्च तक है। ऐसे समस्त विद्यार्थियों जो इस पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना चाहते है वे इन तिथियों के मध्य चिकित्सा शिक्षा विभाग के वेब पोर्टल में जाकर जानकारी ले सकते है…..

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