रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राहुल गांधी के दौरे के दौरान भाजयुमों के सैकड़ों कार्यकर्ता के साथ बल प्रयोग व गिरफ्तार करने पर कड़ा ऐतराज किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की संस्कृति डिक्टेटरशिप की है- जहाँ विरोध को बल पूर्वक दवाया जाता है। संविधान व प्रजातंत्र की बात कर संविधान व प्रजातंत्र को कुचलना ही कांग्रेस की मूल संस्कृति है, जबकि प्रजातंत्र में असहमति का सम्मान सबसे पहली प्राथमिकता है। अग्रवाल ने भाजयुमों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि इनकी कार्यवाही इंदिरागांधी के समय के आपातकाल की याद दिला रहा है। कांग्रेस ने ही अपने घोषणापत्र में ढाई हजार बेरोजगारी भत्ता देने का ऐलान किया था, इस लिहाज से उनको उनकी घोषणाओं की याद दिलाना और प्रजातांत्रिक विरोध एक सामान्य व्यवहार है, इस पर बल प्रयोग व गिरफ्तारी प्रजातंत्र का गलाघोटने वाला कृत्य है। अग्रवाल ने राहुल गांधी की साइंस कालेज की सभा में राहुल गांधी के द्वारा कांग्रेस के प्रचार पर भी ऐतराज करते हुए कहा कि बिना प्रशासनिक स्वीकृति के फर्जी योजनाओं का शिलान्यास करना आश्चर्यजनक है। लेकिन इससे भी बड़ी बात सरकारी कार्यक्रम में राहुल गांधी को बुलाकर राजनैतिकदल का नाम लेकर प्रचार किया। कांग्रेस के ढकोसलों से जनता भली भांति परिचित है । राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास से प्रदेश की जनता को कोई लाभ नहीं।