प्रांतीय वॉच

मस्तूरी में पुनर्जीवित हो रहा है कांग्रेस का संगठन

कमलेश लवहात्रे

बिलासपुर : बिलासपुर जिले की राजनीति में मस्तूरी विधानसभा का स्थान भले ही इस बार उपेक्षित है नहीं तो इस विधानसभा ने मंत्रिमंडल में कई चेहरे दिए हैं। मध्यप्रदेश के समय तो इस विधानसभा क्षेत्र का राजनीति में बड़ा पूछ परख था। वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन ली, कांग्रेस को 48.24 प्रतिशत वोट मिला जीते हुए कैंडिडेट दिलीप लहरिया ने इस चुनाव को 24146 वोट से जीता प्रतिशत में देखें तो 13.47 प्रतिशत के अंतर से जीते थे । 2008 में इसी सीट पर भारतीय जनता पार्टी 9208 वोटों से जीती थी। और 2018 में कांग्रेस तीसरे नंबर पर पहुंच गई इस बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी को 67950 वोट मिला, बीएसपी को 53843 और कांग्रेस को 53620 वोट ही मिले। हम पिछले तीन चुनावों की बात इसलिए कर रहे हैं कि इस बार 2023 के चुनाव के लिए मस्तूरी में कांग्रेस अभी से कमर कस रही है। प्रदेश स्तर पर कांग्रेस के अध्यक्ष ने संगठन को जिस दिशा में सक्रिय किया है उसी की नीति का परिणाम है की मस्तूरी में ब्लॉक अध्यक्ष नागेंद्र राय जिला ग्रामीण विजय केसरवानी के साथ मिलकर बूथ स्तर तक संगठन को सक्रिय कर रहे हैं इसके पहले आंकड़ों पर ध्यान दें 2013 में कांग्रेस जहां 48.24% वोट पाती है कुल मतदान 74% हुआ वहीं 2018 में कांग्रेस तीसरे स्थान पर चली जाती है पहली बात यह विधानसभा क्षेत्र एससी आरक्षित है और यहां पर हार जीत का फैसला भी एससी वोटर ही करता है। 2018 के चुनाव में अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होते हुए अपनी पार्टी बनाई और छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस ने बहुजन समाज पार्टी से समझौता किया समझौते के तहत मस्तूरी सीट पर बीएसपी का कैंडिडेट खड़ा हुआ था अजीत जोगी और बीएसपी ने मिलकर जो ताकत लगाई तो कांग्रेस तीसरे स्थान पर लुढ़क गई। 2013 में जब कांग्रेस ने अजीत जोगी के प्रत्याशी दिलीप लहरिया को टिकट दिया तो यह जोगी का ही जादू था कि कांग्रेस न केवल 24000 वोट से जीती बल्कि उसे कुल मतदान 74% में से 48% वोट हासिल हुआ और 13.47% के अंतर से प्रत्याशी जीता इस बार नागेंद्र राय ने मस्तूरी में बिखरे हुए संगठन को या बोले कि अजीत जोगी के कारण कांग्रेस का जो संगठन खत्म ही हो गया था उसे दोबारा खड़ा किया है यही बात कांग्रेस के ही उन लोगों को खलती है जो कांग्रेस पार्टी के स्थान पर गुट विशेष की राजनीति करते हैं इनमें कुछ लोग वो भी हैं जिन्होंने बिलासपुर विधानसभा सीट से भी भारतीय जनता पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। मस्तूरी में कुल मतदाता 270000 से ऊपर हैं और इस विधानसभा का लिंग अनुपात 95.80% है सीधा सा अर्थ है एससी ताकत जिसके साथ जीत उसकी फिर यह ताकत धनबल से आए या रणनीतिक बल से इन्हें दिनों बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल भी मस्तूरी की परिस्थितियों को बेहतर समझ रहे हैं तभी तो उन्होंने दिसंबर माह में ही मिनीमाता के कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति लगाई और राजनीति से हटकर कुछ घोषणाएं भी की आगे यह देखने लायक रहेगा कि प्रत्याशी चयन में संगठन की चलेगी या बाहरी दखल अंदाजी पहले के समान होगी।

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