जगदलपुर : पेट्रोल-डीजल के दामों को कम करने की मांग को लेकर बस्तर में भाजपाई शनिवार को सड़क पर उतर आए हैं। कांकेर में भाजपा सांसद मोहन मंडावी समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने करीब 2 घंटे तक NH-30 पर चक्का जाम किया। भाजपाइयों को सड़क से उठाने के लिए पुलिस ने भी सख्ती दिखाई और सांसद समेत सभी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। सभी को बस से अस्थायी जेल लेजाया गया है। इधर जगदलपुर और दंतेवाड़ा में भी कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ में महंगाई के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया है।
कांकेर में सड़क पर धरने पर बैठे सांसद मोहन मंडावी ने कहा कि, छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को जनता की कोई फिक्र नहीं है। केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम कम कर दिए हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार पेट्रोल-डीजल के दामों को कम करने किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। ढाई सालों में सीमेंट, लोहा, रेत, खाद समेत दवाई के दाम भी आसमान छूने लगे हैं। बिजली का बिल हाफ करने की बजाए बढ़ते ही जा रहे हैं। चुनाव के समय कांग्रेस ने 36 बिंदुओं का घोषणा पत्र जारी किया था। सरकार बन गई लेकिन उनमें से एक पर भी अमल नहीं कर पाए हैं। प्रदेश की जनता परेशान हो चुकी है।
कांग्रेस ने राज्य को डुबाया कर्ज में
सांसद ने कहा कि, छत्तीसगढ़ का पैसा पहले असम चुनाव में लगाया गया और अब उत्तर प्रदेश के चुनाव में लगाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार ने अपने 15 सालों में 22 हजार करोड़ का कर्ज लिया था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने पिछले ढाई सालों में ही 40 हजार करोड़ का कर्ज ले लिया है। घोषणा पत्र में लिखा था कि किसानों का बैंक का कर्ज माफ किया जाएगा। भूपेश बघेल कहते हैं कि हमने किसानों का सारा कर्ज माफ किया है। उन्होंने किसका कर्ज माफ किया है? 10 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा। शराब को बंद करने और बेरोजगारी भत्ता देने की बात किए थे। लेकिन अब तक कुछ नहीं मिला है।
जगदलपुर और दंतेवाड़ा में भी किया गया चक्का जाम
संभागीय मुख्यालय जगदलपुर और दंतेवाड़ा में भी भाजपा के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया। जगदलपुर में रायपुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे-30 पर नए पुल के पास कार्यकर्ता घंटों बैठे रहे। करीब 2 घंटे तक आवागमन बाधित रहा। कुछ देर बाद जाम खोल दिया गया। इधर दंतेवाड़ा में भी भाजपा के कार्यकर्ता गीदम-दंतेवाड़ा मुख्य मार्ग में आंवराभाटा के पास सड़क पर बैठ गए। वहीं पेट्रोल-डीजल के दामों को कम करने की मांग की गई। कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी भी की गई।