पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक है। इस पूरे विवाद पर संगठन के राष्ट्रीय महासचिव, और प्रदेश भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि यदि संगठन फर्जी है, तो मोदी सरकार की योजनाएं भी फर्जी है।
रायपुर। प्रदेश भाजपा के प्रधानमंत्री जन कल्याण जागरूकता अभियान सै नाता तोडले के फरमान के बाद पार्टी मैं खलबली मच गई है। बताया गया कि पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक है। इस पूरे विवाद पर संगठन के राष्ट्रीय महासचिव, और प्रदेश भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि यदि संगठन फर्जी है, तो मोदी सरकार की योजनाएं भी फर्जी है। संगठन सै वो लोग जुड़ हैं जिन्हें पार्टी ने कोई काम नहीं दिया है, और वे संगठन कै जरिए मोदी सरकार की योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचा रहै हैं। उपासने ने कहा कि संगठन कै काम सै भाजपा को ही फायदा होगा। महामंत्री (संगठन) पवन साय ने बुधवार की शाम जिलाध्यक्षों की वर्चुअल बैठक में पार्टी कै नेताओं को प्रधानमंत्री जन कल्याण जागरूकता अभियान से नाता तोडने कहा था। उन्होंने निर्देश दिए थे कि जो भी जागरूकता अभियान समिति से जुड़ैगा उसे पार्टी का पद छोडन्ना होगा। पवन साय ने कहा कि प्रधानमंत्री जनकल्याण जागरूकता अभियान संगठन से पार्टी का कोई लैना दैना नहीं है। संगठन को एक तरह सै फर्जी करार दिया गया।
पवन साय के निर्देश के बाद पार्टी के भीतर नया विवाद खड़ा हो गया है। प्रधानमंत्री जन कल्याण जागरूकता अभियान संगठन के कर्ताधर्ता सच्चिदानंद उपासने हैं, और वे प्रदेश भाजपा के कार्यसमिति कै विशेष आमंत्रित सदस्य भी हैं। उन्होंने साय के निर्देश के बाद ‘छत्तीसगढ़0 सै चर्चा मैं वस्तु स्थिति स्पष्ट की है। उपासने ने कहा कि प्रधानमंत्री जनकल्याण जागरूकता अभियान पंजीकृत संगठन है। यह न सिर्फ छत्तीसगढ़, बल्कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, और झारखण्ड सहित कई राज्यों मैं काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान संगठन का काम सिर्फ मोदी सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार करना है, और उन्हें आम लोगों तक पहुंचाना ही एकमात्र उद्दैश्य है। यह सिर्फ स्वयंसैवी संगठन है। ऐसे में इसको फर्जी करार दैना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि संगठन सै वो लोग जुड़े हैं, जो कि मोदीजी से प्रभावित हैं। संगठन मैं उन लोगों को जोड़ा गया है जिन्हें पार्टी मैं कोई अहम पद नहीं दिया गया है, और पार्टी की सैवा करना चाहते हं>ै। ताकि यै लोग इधर-उधर न जाएं। ऐसे लोग भी हैं जो कि भाजपा से नहीं जुड़े हंै लेकिन भाजपा की विचारधारा से प्रभावित हैं।
उपासने ने कहा कि वो खुद महासचिव के पद पर हैं। पार्टी ने उन्हें कोई दायित्व नहीं दिया है। पहले वो उपाध्यक्ष थे, लैकिन उपाध्यक्ष, और प्रवक्ता पद से हटा दिया गया। ऐसे में वै संगठन सै जुड़कर काम कर रहै हैं। संगठन सै जुड़े लोग ज्यादातर भाजपा के हैं जिनके पास कोई काम नहीं है। उन्होंने बताया कि पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक हैं। जिलाध्यक्षों सै नाम मांगे गए थे। संगठन की अपनी कोर कमैटी है, और अनुशासन समिति है।
उपासने ने बताया कि संगठन ने अस्तित्व मैं आने के बाद कई अहम काम किए हैं। स्व निधि योजना कै तहत कोरौना सै मृत परिवार के लोगों को सहायता राशि उपलब्ध कराने मेँ मदद करना, और कई अन्य काम है। उन्होंने कहा कि संगठन कै कार्यक्रमों मैं पूर्व मंत्री बुजमोहन अग्रवाल, सांसद विजय बघेल, राज्यसआ सदस्य रामविचार नैताम सहित अन्य लोग आ चुके हैं। उपासने ने पूछा कि प्रधानमंत्री की योजना के प्रचार-प्रसार करने पर कया आपत्ति है, यह बताना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महामंत्री (संगठन) पवन साय सै पहले चर्चा हुई थी तब उन्होंने कहा था कि इस पर बाद मैं बात करेंगे। इसके बाद सै उनसे संपर्क नहीं हो पाया है। संगठन का उद्दैश्य भाजपा सै मुकाबला करना नहीं है। बल्कि इससे भाजपा को ही फायदा होगा। राष्ट्रीय स्तर पर बने इस संगठन को भंग करने का अधिकार उनका नहीं है।