- केरलापाल से बटनवाड़ा के बीच बनेगा 18 करोड़ का पुल: मंत्री लखमा
बालकृष्ण मिश्रा/सुकमा: उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने आज सौगातों की झड़ी लगाई। उन्होंने केरलापाल, चिकपाल और दोरनापाल में अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधिगण सहित बड़ी संख्या मंे ग्रामीण उपस्थित थे। मंत्री श्री लखमा ने केरलापाल में लगभग 25 लाख रुपए की लागत से बनने वाले सर्व समाज भवन और लगभग साढ़े तीन लाख रुपए की लागत के रंगमंच का भूमिपूजन किया। इसके साथ ही उन्होंने चिकपाल में लगभग सात लाख रुपए की लागत के सामुदायिक भवन का लोकार्पण भी किया। दोरनापाल में उन्होंने 16 लाख रुपए की लागत से बनने वाले नगर पंचायत के सभाकक्ष, 15.81 लाख रुपए की लागत से बनने वाले एसआरएलएम सेंटर के बाउंड्री वाल और 18.19 लाख रुपए की लागत से बनने वाले मुक्तिधाम के बाउंड्री वाल कार्य का भूमिपूजन किया। उन्होंने इस दौरान चिकपाल में आयोजित आमसभा में कहा कि विधायक बनने के पूर्व इस क्षेत्र में आवागमन की समस्या को दूर करने का कार्य प्राथमिकता के साथ किया गया। शबरी नदी में पहला पुल झापरा में बनाया गया, इसके बाद अब इसी नदी पर कोकराल, गंजेनार, दोरनापाल और कोंटा में पुल का निर्माण किया जा चुका है। इसके साथ ही अब केरलापाल और ओड़ीसा के बटनवाड़ा के बीच भी शबरी नदी में 18 करोड़ रुपए की लागत पुल का निर्माण किया जाएगा। इससे दोनों राज्यों के लोगों को सुविधा होगी और वे व्यवसायिक व सामाजिक कार्यों के लिए आसानी से आवागमन कर सकेंगे। उन्होंने इसके साथ ही कोयाबेकूर में भी एक करोड़ रुपए की लागत से पुल निर्माण की घोषणा की। उन्होंने कहा कि चिकपालवासियों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा किया जाएगा और यहां पटेलपारा और समरुपारा में भी रंगमंच का निर्माण किया जाएगा।
दोरनापाल में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री श्री लखमा ने कहा कि जनता के सहयोग से इस क्षेत्र की समस्याओं को तेजी से दूर किया जा रहा है। पूर्व में इस क्षेत्र की जनता सड़क की समस्या से सबसे अधिक परेशान थी। सुकमा से कोंटा की दूरी 78 किलोमीटर होने के बावजूद पूरे 6 घंटे सफर करने की मजबूरी थी। वे स्वयं कोंटा जाने के लिए मलकानगिरी होते हुए जाते थे। अब वर्षों के संघर्ष के बाद इस सड़क के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है इससे यहां की जनता आसानी से सुकमा और कोंटा की दूरी मात्र आधा घंटा में पूरा कर लेती है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में शांति की स्थापना के साथ ही जनजीवन भी सामान्य हो रहा है। चिंतलनार, जगरगुण्डा और भेज्जी में बाजार लग रहे हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के बंद पड़े स्कूलों का संचालन अब फिर से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दोरनापाल से शबरी नदी तक सीसी सड़क, तहसील और बस स्टैण्ड का निर्माण शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने दोरनापाल में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए चार करोड़ रुपए दिए जाने की बात भी कही।
मंत्री ने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्यों में आई तेजी के बाद लोगों में भी समृद्धि दिखती है। आज गांव-गांव में युवाओं के पास मोटर सायकल है और ट्रैैक्टर है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए कई कार्य किए गए हैं। कई राशन दुकानों की स्थापना की गई, ताकि लोगों को नजदीक में ही राशन प्राप्त हो सके। किसानों की सुविधा के लिए एर्राबोर और केरलापाल में धान खरीदी केन्द्र भी स्थापित किया गया। मंत्री ने इस अवसर पर मंत्री स्वेच्छानुदान मद से 54 हितग्राहियों को 3 लाख 5 हजार रुपए की सहायता राशि का चेक प्रदान किया। इसके साथ ही हितग्राहियों को राशन कार्ड का वितरण भी किया गया।