रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आरबीआई से लिए गए एक हजार करोड़ के कर्ज को लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। अहिवारा दौरे से पहले राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा, देश में ऐसी कौन-सी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है तो कर्ज नहीं ले रही है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात कौन-सा ऐसा बीजेपी शासित राज्य है जो कर्ज न ले रहा हो, यह तो एक प्रक्रिया है। सीएम भूपेश ने कहा, रमन सिंह जब मुख्यमंत्री थे तब क्या वे कर्ज नहीं लेते थे। उन्होंने तो जितने भी काम किए हैं कर्ज लेकर ही किए है। हमें नसीहत क्यों दे रहे हैं। लोगों को गुमराह न करें।
सीएम भूपेश ने धान खरीदी से राज्य को नुकसान के सवाल पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के साथ सौतेला व्यवहार करती है। केंद्र दूसरे राज्यों का 100 प्रतिशत अनाज खरीदती है। राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद केंद्र परेशान कर रही है। केंद्र सभी फैसले राजनीतिक दृष्टिकोण से ले रही है। केंद्र जितना भी अड़ंगा करें हम किसानों के साथ रहेंगे।
उधर, कर्ज के मुद्दे पर पूर्व मुख्य्मंत्री रमन सिंह ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला। प्रदेश सरकार के लगातार कर्ज लिए जाने से प्रदेश हर व्यक्ति पर 55 हजार कर्ज के बोझ तले दबा होगा। दरअसल, यह बातें पूर्व मुख्य्मंत्री रमन सिंह ने मीडिया के सवाल के जवाब में कही। रमन सिंह पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को लेकर पत्रकार वार्ता कर रहे थे।
इस प्रेसवार्ता में पूर्व मुख्य्मंत्री ने पीएम मोदी के जन्मदिन को सेवा ही समर्पण दिवस मनाने की घोषणा की। रमन सिंह ने बताया कि बूथ स्तर पर प्रत्येक कार्यकर्ता पीएम मोदी को पत्र लिखेगा। 11 से 15 लाख पोस्टकार्ड पीएम को भेजने का लक्ष्य है। जशपुर में पंडो जाति की मौत पर पूर्व मुख्य्मंत्री ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, इनकी मौत कुपोषण से हुई है सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। भाजपा का प्रतिनिधि मंडल जाकर इसकी जांच करेगा।