चेन्नई : NEET Helpline: सितंबर में तमिलनाडु में दो नीट अभ्यर्थियों के सुसाइड के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने संकट में पड़े नीट उम्मीदवारों की इमोशनल और पर्सनल मदद के लिए हेल्पलाइन शुरू की है. स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने कहा कि 330 पेशेवरों को या तो छात्रों को प्रीमेप्टिव कॉल करने या आने वाली कॉलों में भाग लेने और उनकी सहायता करने के लिए नियुक्त किया गया है. बता दें कि राज्य में इस साल कुल 1.12 लाख छात्रों ने नीट में भाग लिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमें राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी से संपर्क विवरण प्राप्त होगा, जिसे बाद में प्रत्येक जिला हेल्पलाइन सेंटर में साझा किया जाएगा, जहां पेशेवर प्रत्येक छात्र के साथ संवाद करेंगे और यदि किसी सहायता की आवश्यकता है, तो हम प्रदान करेंगे.
सरकार ने सिर्फ चेन्नई के लिए 40 मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक नियुक्त किए हैं. छात्र 104 टोल-फ्री नंबर पर कॉल कर सहायता प्राप्त कर सकते हैं. इस साल, तमिलनाडु से कथित तौर पर NEET से जुड़े तीन छात्रों के आत्महत्या करने की सूचना मिली है. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, विपक्षी पार्टी के नेता एडापडी के पलानीसामी और कई अन्य नेताओं ने छात्रों से अनुरोध किया है कि वे जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें और पेशेवरों से सहायता लें.
नीट छात्र की खुदकुशी का तीसरा मामला आया सामने
2021 में नीट परीक्षा लिखने वाले तीसरे छात्र की खुदकुशी ने पूरे सिस्टम को हिला दिया है. बता दें कि वेल्लोर के सेनूर थलैयारामपट्टी से एक दुखद छात्र के आत्महत्या करने की खबर मिली है. यहां एक दिहाड़ी मजदूर की 17 वर्षीय बेटी की आत्महत्या से मौत हो गई थी. उसके पिता थिरुनावुकारासु ने कहा कि वो डॉक्टर बनने का सपना देख रही थी और 12वीं में बहुत 600 में से 518 नंबर मिले थे.
नीट परीक्षा लिखने के बाद छात्रा उदास थी क्योंकि उसने कहा कि वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकती थी और उसे डर था कि उसका सेलेक्शन नहीं होगा. उसके माता-पिता ने कहा कि उन्होंने उसे सांत्वना देने की कोशिश की लेकिन दुख की बात है कि जब घर पर कोई नहीं था तो उसने फांसी लगा ली.
अकेले 2021 में नीट परीक्षा से जुड़ी यह तीसरी मौत है. इससे पहले रविवार कोअरियालुर के एक 17 वर्षीय छात्र ने नीट में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने से उदास होकर आत्महत्या कर ली थी. वहीं शनिवार को ही नीट परीक्षा से कुछ घंटे पहले सलेम के एक छात्र ने नीट के डर से आत्महत्या कर ली थी. इसी समस्या को देखत हुए तमिलनाडु सरकार ने परामर्श की आवश्यकता वाले छात्रों का समर्थन करने के लिए 24/7 हेल्पलाइन शुरू की है. यहां अवसाद से पीड़ित किसी भी छात्र से मदद का आश्वासन देते हुए मनोचिकित्सक से बात करने के लिए 104 टोल-फ्री लाइन पर कॉल करने का आग्रह किया गया है.
बता दें कि नीट परीक्षा से 19 घंटे पहले ही छात्र की खुदकुशी के बाद ही तमिलनाडु में NEET परीक्षा से छूट पर विधानसभा में विधेयक पेश किया गया था जोकि उसी दिन पास भी हो गया. बता दें कि सत्तारूढ़ डीएमके ने विधानसभा में मेडिकल एंट्रेस के लिए आयोजित होने वाली NEET (राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा) के विरोध में विधेयक पेश किया था. इस विधेयक के जरिए प्रदेश सरकार नीट परीक्षा से स्थायी तौर पर छूट देने की मांग की थी.