- क्लब में झीठ और नजदीकी गांवों के 200 बच्चे करते हैं हर दिन प्रैक्टिस
- 2019 में पुणे में आयोजित यूथ गेम्स की टीम में छत्तीसगढ़ की टीम से रहे झीठ के पांच खिलाड़ी
- यहां के खिलाड़ी बंगलुरू, उदयपुर, सूरत जैसे अनेक शहरों में प्रतिभा का मना चुके लोहा, नेशनल गेम्स में भी दबदबा
- एथलेटिक क्लब के माध्यम से खो-खो, वेटलिफ्टिंग, एथलेटिक, कबड्डी जैसे खेलों के प्रतिभाओं को निखार रहे ग्रामीण
- मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी की हौसला अफजाई, 9 लाख रूपए का खोखो मैट प्रदान किया, खिलाड़ियों को मिली काफी सहूलियत
तापस सन्याल/दुर्ग : पाटन ब्लाक के ग्राम झीठ के ग्रामीणों की खेलों के प्रति दीवानगी ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाएं तैयार करने में मदद की हैं। यह गांव उन चुनिंदा गांवों में से एक है जहां एडवेंचर क्लब बनाकर ग्रामीणों ने खेलों का उत्साह बनाये रखा है और निरंतर बेहतर खेल खेलने वाले युवाओं को प्रोत्साहित किया है। हर दिन यहां नजदीकी गांवों से लगभग 200 खिलाड़ी आकर प्रैक्टिस करते हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी यहां के खोखो खिलाड़ियों के प्रशंसक रहे हैं और उन्होंने यहां खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने खो-खो मैट भी प्रदान किया था। फिलहाल खो-खो की दीवानगी इस तरह है कि यहां की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भी जगह मिलने लगी है। पुणे में वर्ष 2019 में आयोजित यूथ गेम्स में छत्तीसगढ़ की टीम में 5 खिलाड़ी झीठ से ही थे। यहां झीठ स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर के रूप में कार्यरत श्री दुर्गा प्रसाद जंघेल ने बताया कि गांव में स्पोर्ट्स को लेकर जबर्दस्त उत्साह रहता है। एडवेंचर क्लब के माध्यम से न केवल गांव के खिलाड़ी ही अपितु आसपास के गांवों के खिलाड़ी भी आते हैं।