बिलासपुर : एक बार फिर ट्रेन का इंजन डिरेल हो गया है। इस बार हावड़ा ऐंड के नजदीक मौजूद यार्ड में इंजन के दो पहिए शनिवार दोपहर पटरी से उतर गए। हादसा इंजन के साइडिंग के दौरान हुआ। रेलवे ने इस बार फिर से जांच के आदेश दिए हैं। बिलासपुर रेल मंडल में ही डेढ़ महीने में डिरेल होने की चौथी घटना सामने आई है। करीब एक महीने पहले बस्तर के दंतेवाड़ा में भी मालगाड़ी के 7 डिब्बे पटरी से नीच उतर गए थे। इस प्रकार प्रदेश में डेढ़ महीने के अंदर पांचवी दफा ट्रेन के डिरेल होने की घटना सामने आई है। जानकारी के मुताबिक,हावड़ा ऐंड पर चुचुहियापारा अंडर ब्रिज स्थित यार्ड में शनिवार करीब 3.35 बजे साइडिंग के दौरान इंजन के दो पहिए पटरी से नीचे उतर गए। घटना के बाद रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी आनन फानन में मौके पर पहुंचे। जिसके बाद करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आखिरकार पहियों को वापस पटरी पर चढ़ाया जा सका है। रेलवे के सीपीआरओ साकेत रंजन ने इंजन के डिरेल होने की पुष्टि की है।
दो दिन पहले भी डिरेल हुआ था इंजन
दो दिन पहले भी बुधवार देर रात बिलासपुर स्थित रेलवे कोचिंग डिपो में एक शंटिंग इंजन के चार चक्के पटरी से उतर गया था। घटना के बाद रेलवे मौके पर पहुंचे अधिकारी व कर्मचारियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद पहिए को पटरी पर चढ़ा लिया था। मामले में तब जांच के आदेश जारी किए गए थे। इससे पहले दो और रेल हादसे हो चुके हैं लेकिन किसी की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है।
लगातार हो रहीं डीरेल होने की घटनाएं
वहीं 11 दिन पहले ही तारबाहर-सिरगिट्टी रेल फाटक के पास एक ट्रेन का इंजन लोको शेड से निकल कर इंजन खंभों और सिग्नल को तोड़ता हुआ सड़क पर उतर गया था। इस हादसे के दौरान ट्रेन का इंजन करीब 100 मीटर तक सड़क पर घिसटता रहा था। इसके अलावा एक महीने पहले 9 जुलाई को निगौरा से वेंकटनगर के बीच ट्रैक फ्रेक्चर की वजह से कोयले से भरे मालगाड़ी के 16 वैगन पटरी से उतरने से रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ था करबी एक महीने पहले दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल-विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर बचेली के पास मालगाड़ी के 7 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा उस वक्त हुआ जब मालगाड़ी किरंदुल से लौह अयस्क भरकर विशाखापट्टनम की ओर जा रही थी। अचानक मालगाड़ी का ब्रेक फेल होने के चलते गाड़ी के 7 डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए।