अक्कू रिजवी/कांकेर : आंगनबाड़ी केन्द्र डांगरा के कार्यकर्ता सियाबत्ती नरेटी बताती है कि ग्राम के दो बच्चे सौरभ और अभय दोनों कुपोषित थे, उन्हें महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा संचालित मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना अंतर्गत सतत देखरेख में सुपोषित किया गया। सौरभ का जन्म 31 मार्च 2019 को और अभय का जन्म 13 मई 2018 को हुआ, वे दोनों बच्चे कुपोषित श्रेणी में आते थे। राज्य सरकार के महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना की जानकारी शिविर के माध्यम से दिया जाकर लाभान्वित किया गया। बाल संदर्भ शिविर में डाॅक्टर चंदन बैरागी के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईयां एवं खानपान संबंधी मार्गदर्शन दिया गया, तत्पश्चात बच्चो के माता-पिता को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा गृहभेंट के माध्यम से स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जानकारी देकर दोनो बच्चों को सुपोषित बनाने में कामयाबी हासिल की गई है। बाल संदर्भ शिविर में उपचार के समय सौरभ का वजन 09 किलो ग्राम था छः माह के बाद उनका वजन बढ़कर 10 किलो 200 ग्राम हो गया है, इसी प्रकार अभय का वजन 10 किलो ग्राम था अब बढ़कर 11 किलो 500 ग्राम हो गया है। सेक्टर सुपरवाईजर कुंती वर्मा के मार्गदर्शन में डांगरा के सौरभ और अभय को कुपोषित श्रेणी के बाहर लाने में विशेष योगदान रहा। दुर्गूकोंदल परियोजना के सभी अंागनबाड़ी केन्द्रों में कुपोषित बच्चों का चिन्हांकित कर सुपोषण बनाने के लिए सुपोषण दूतों द्वारा प्रयास किया जा रहा है। पर्यवेक्षकों के द्वारा भ्रमण में जाकर ग्राम के बच्चों के माता-पिताओं को पोषण और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी रखने का सुझाव भी नियमित रूप से दी जा रही है, जिसके कारण अब तक परियोजना के 36 कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने में सफलता मिली है। परियोजना के 36 बच्चें अब सामान्य श्रेणी में आ गये हैं, उनके माता-पिता बाल संदर्भ योजना संचालित करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किये हैं।
सौरभ और अभय के स्वास्थ्य में आया सुधार
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