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IRCTC को वापस करने पड़े 250 रुपये प्रति यात्री, जानें वजह

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लखनऊ :  तेजस एक्सप्रेस देश की पहली ट्रेन है, जिसके लेट होने पर यात्रियों को हर्जाना मिलता है. लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) के लेट होने पर यात्रियों को आईआरसीटीसी (IRCTC) की ओर से प्रति यात्री 250 रुपये देने पड़े. दरअसल, प्रीमियम क्लास की ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) अपने निर्धारित समय से चलने के लिए जानी जाती है. साथ ही इस ट्रेन की गिनती देश की सर्वाधिक सुविधा युक्त ट्रेनों में होती है. ऐसे में ये ट्रेन अपने निर्धारित समय से तकरीबन 2 घंटे से ज्यादा देरी से चली तो IRCTC को नियमानुसार यात्रियों को हर्जाना देना पड़ा. बता दें कि इस ट्रेन के लिए IRCTC का नियम है कि अगर ट्रेन अपने गंतव्य तक 1 घंटे की देरी से पहुंचती है तो प्रति यात्री 100 रुपये दिए जाते हैं. वहीं, अगर तेजस ट्रेन 2 घंटे या उससे ज्यादा की देरी से पहुंचती है तो प्रति यात्री 250 रुपये रिफंड मिलते हैं.

2000 से अधिक यात्रियों को मिला रिटर्न
हाल ही में 21 अगस्त को लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस ट्रेन भारी बारिश की वजह से ढाई घंटे की देरी से चल रही थी, जिसकी वजह से आईआरसीटीसी को तेजस ट्रेन (Tejas Train) के तकरीबन 2000 से ज्यादा यात्रियों को 250 रुपये प्रति यात्री रिटर्न करने पड़े.

बारिश की वजह से लेट हुई थी ट्रेन
आईआरसीटीसी के अधिकारियों के अनुसार दिल्ली में भारी बारिश के कारण रेलवे ट्रैक पर जलजमाव के चलते तमाम ट्रेनें लेट हुई थी, जिसमें तेजस एक्सप्रेस भी शामिल थी. लखनऊ से दिल्ली आते समय भी तेजस एक्सप्रेस नई दिल्ली से तकरीबन ढाई घंटे की देरी से खुली तो देरी से लखनऊ पहुंची. इसके बाघ तेजस ट्रेन के प्रावधान के अनुसार आईआरसीटीसी को प्रति यात्री ढाई सौ रुपये वापस करने पड़े.इस संदर्भ में आईआरसीटीसी के उत्तरी क्षेत्र के चीफ रीजनल मैनेजर अजीत सिन्हा ने बताया कि तेजस एक्सप्रेस में इस बात का प्रावधान है कि अगर ट्रेन अपने गंतव्य तक एक घंटे की देरी से पहुंचती है तो 250 रुपये तक का रिफंड दिया जाता है. रिफंड लेने के लिए आईआरसीटीसी द्वारा एक लिंक यात्री के मेल पर भेजा जाता है.

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