- शासकीय कर्मचारी भी ट्रैफिक पुलिस की कार्यवाही में फंसे
- शासकीय हो चाहे अर्ध शासकीय ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर किसी को नहीं बख्शा जाएगा
अक्कू रिजवी/कांकेर : कांकेर में अधिकतर लोगों के मन में यह ग़लतफ़हमी थी कि ट्रैफिक पुलिस द्वारा सरकारी कर्मचारियों एवं नागरिकों में भेदभाव किया जाता है किंतु अब यह देखा जा रहा है कि सरकारी कर्मचारी एवं अधिकारी ही ट्रैफिक पुलिस की चालानी कार्यवाही की चपेट में अधिक आ रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट महोदय कांकेर के द्वारा जारी किये पत्र के परिपालन में पुलिस अधीक्षक महोदय कांकेर श्री शलभ कुमार सिन्हा के आदेशानुसार एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय कांकेर श्री जी एन बघेल एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कांकेर श्रीमती चित्रा वर्मा के निर्देशानुसार आज दिनांक 23 अगस्त को यातायात पुलिस द्वारा अम्बेडकर चौक के पास चेक पोस्ट लगाकर समस्त विभागों के अधिकारी /कर्मचारी एवं अन्य जो यातायात नियमों का उल्लंघन करते, मोटर साइकल चलाते, हेलमेट धारण नहीं करने एवं कार चलाते सीट बेल्ट धारण नहीं किये हैं, ऐसे कुल 67 समस्त विभागों के अधिकारी/ कर्मचारी एवं अन्य के विरुद्ध बिना हेलमेट एवं सीट बेल्ट के यातायात नियमों का उल्लंघन करते वाहन चलाते पाए जाने पर चालानी कार्यवाही कर उनसे सम्मन शुल्क के रूप में कुल 30, 800/- तीस हज़ार आठ सौ रुपये जुर्माना भरवाया गया, जिला उत्तर बस्तर कांकेर की सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने , समस्त थाना एवं यातायात पुलिस द्वारा चालानी कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी… कर्मचारी एवं अधिकारियों को भी चालानी कार्यवाही में किसी प्रकार की छूट न देने के कारण ट्रैफिक पुलिस प्रभारी तथा उनके स्टाॅफ की आम जनता में प्रशंसा की जा रही है।