- ठाकुरदिया के नाकेदार दुपहिया वाहनों को भी रोककर 12 कि मी पैदल जाने व आने पर कर रहे मजबूर
पुरुषोत्तम कैवर्त/कसडोल : जिला बलौदाबाजार-भाटापारा कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कोरोना गाइड लाइन के तहत 31 जुलाई2021 तक लॉक डाउन का दिशा निर्देश जारी करते हुए आदेश पारित किया है, जिसके अनुसार लगातार दो आदेश 30 जून एवं 14 जुलाई 2021के आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पूरे जिले में 31जुलाई तक रात्रि कालीन लाँक डाउन एवं नगरीय निकायों में गुमास्ता दिवस को पूर्ण लाँक डाउन घोषित किया गया है।शेष दिनों में कोरोना गाईड लाइन का पालन करते हुए दिन मे छूट दी गई है ,जिसमे स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बार नवापारा आदि पर्यटन स्थलों में दिन में निर्धारित समय के लिए आने जाने में छुट दिया गया है।माननीय कलेक्टर महोदय द्वारा प्रसारित इसी आदेश के तहत मातागढ़ तुरतुरिया के श्रद्धालु दूर-दूर से आने लगे हैं,किन्तु वन विभाग की अड़ियल रवैया के चलते ठाकुरदिया बेरियर से या तो निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है या वाहन नहीं जाने देने के कारण 12 कि मी पैदल आने जाने का मुसीबत उठाना पड़ रहा है।सोंचने वाली बात यह है कि प्रशासन के लिखित आदेश को देखकर 100 -200 कि मी दूर- दूर से श्रद्धालु मातागढ़ तुरतुरिया के दर्शनार्थ वाहन किराया लेकर आते हैं,किन्तु महज 6 कि मी की दूरी पर रोकने से बिना दर्शन किए वापस लौटने पर उन्हें कितना दुःख होता होगा साथ ही बिना उद्देश्य पूर्ति के वाहन किराया भरना पड़ता होगा कुछ लोग वाहन नहीं जाने देने से पैदल चले जाते हैं और उन्हें बेरियर वाले जाने भी देते हैं ऐसे में आने जाने में 12 कि मी का सफर करने मजबूर होना पड़ता है।जाहिर बात यह है कि वाहन को तो रोका जाता है लेकिन लोगों को पैदल जाने देते हैं।इससे यह समझ में नही आता कि आखिर वाहन को क्यों रोका जाता है?कोरोना का वाहन से खतरा है या व्यक्तियों से!अच्छा तो यह होता कि प्रशासन के निर्देशानुसार दर्शनार्थियों को वाहन सहित आने जाने देते।इससे माता जी भी खुश होती और श्रद्धालु भीमाता जी का आशीर्वाद प्राप्त करते। वन विभाग आखिर अपने ऊपर ऐसा दोष मोल क्यों ले रहा है? समझ से परे है।यह बात सत्य है कि इससे लोगों में वन विभाग के प्रति अच्छी खाशी नाराजगी देखी जा रही है।
इस संबंध मेंअनुविभागीय अधिकारी(राजस्व)कसडोल श्री मिथिलेश डोंडे से मोबाईल फोन से जानना चाहा तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि आप लोग तो जानते ही हैं कि नगरीय निकाय के गुमास्ता दिवस को छोड़कर 31जुलाई तक पूरे जिले में रात्रि कालीन लाँक डाउनजारी है, दिन को नियमानुसार छूट दी गई है।किन्तु वन विभाग के मामले में उन्ही से बात कीजिए, हम कुछ नहीं कह सकते।
- केवल मन्नत वालों के लिए जाना प्रतिबंधित है, अन्य लोगों के लिए नहीं।इस संबंध में मैंने वन मंडलाधिकारी से भी सलाह ली है, उन्हीं के आदेश से रोक लगाई गई है।
– एन के सिन्हा
परिक्षेत्राधिकारी, वन
परिक्षेत्र लवन