संतोष ठाकुर/तखतपुर l कुर्बानी के पर्व ‘बकरीद’ को अरबी में ईद-उल-जुहा कहते हैं। हजरत इब्राहिम अ.स. अपने पुत्र इस्माइल अ.स. को इसी दिन खुदा के लिए कुर्बान करने जा रहे थे, तभी खुदा ने उनके बेटे को जीवनदान दिया था, इसी वजह से ये दिन उनको समर्पित है । मुस्लिम जमात तखतपुर-बरेला के द्वारा ईद-उल-जुहा कोविड के नियमानुसार हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। तखतपुर मस्जिद के इमाम ओ खतीब मौलाना सैय्यद गुलाम फरीद रिज़वी ने ईद की नमाज़ पढ़ाई और वतन हिंदुस्तान और तखतपुर- बरेला की अमन शांति और खुशहाली की दुआ माँगी। उसके बाद क़ुर्बानी की गई। कोविड के ध्यान में रखते हुए बाकी लोगों ने अपने घरों में नमाज़े अदा की और सोशल मीडिया से एक दूसरों को मुबारकबाद का दौर दिन भर चलता रहा। इस अवसर पर न.पा. अध्यक्ष प्रतिनिधि मुन्ना श्रीवास के समाज प्रमुख से मिलकर मुबारकबाद दिया और तखतपुर न.पा. क्षेत्र की खुशहाली और समृद्धि की दुआ की।इस अवसर पर मुकीम अंसारी (सभापति न.पा.), हाजी कुद्दुश अंसारी, अब्दुल कय्यूम अंसारी, शेख जाकिर, हाजी नदीम अंसारी, एजाज़ अंसारी, रफीक जायसी, अज़मत हुसैन (एल्डरमैन) नूर मोहम्मद, सफ्फु भाई, हकीम अंसारी आदि उपस्थित रहे l
ईद-उल-जुहा हर्ष उल्लास के साथ मुस्लिम जमात तखतपुर-बरेला ने कोविड के नियमानुसार मनाया
