किरीट ठक्कर/गरियाबंद। छुरा विकासखंड अंतर्गत ग्राम कोठीगांव की एक जनजातीय दिव्यांग महिला अपने पति व छोटी बच्ची के साथ कलेक्टर कार्यालय के दरवाजे पर बेबस बैठी नजर आई , एक पैर से दिव्यांग महिला तिलेश्वरी नेताम ने पूछने पर बताया कि वर्ष 2018 में समाज कल्याण विभाग के माध्यम से निशक्तजन वित्त एवं विकास निगम द्वारा उसे व्यवसाय के लिये चार लाख रुपये लोन की स्वीकृति मिली थी। तीन फरवरी 2019 को लोन के दो लाख रुपये देना बैंक से निकासी के दौरान ही ग्राम राजपुर पंचायत सिवनी तहसील छुरा निवासी मोहन पिता सुंदर कलार दो लाख रुपये छिन कर भाग गया। उसके निवास ग्राम जाकर राशि की मांग किये जाने पर टालमटोल करता रहा , पुलिस थाने में शिकायत किये जाने पर आपसी लेन देन बताकर कोई कार्यवाही नही की गई।
तिलेश्वरी ने 50 रुपये का हस्त लिखित स्टाम्प पेपर भी दिखाया जिसमें ,ग्राम राजपुर के मोहन सिन्हा पिता सुंदर सिन्हा द्वारा सितंबर 2019 में तिलेश्वरी पति लोकेंद्र भुंजिया से घर व दीगर खर्च वास्ते दो लाख रुपये लेने तथा चार महीने बाद लौटाने का लेख किया गया है।
तिलेश्वरी व उसके पति लोकेंद्र के अनुसार रुपये अब तक लौटाये नही गये है ,जिसकी फरियाद लेकर दोनों अपनी पांच माह की बच्ची के साथ दर दर भटक रहे हैं। लोकेंद्र के अनुसार कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने उन्हें आश्वस्त किया है।