रायपुर : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर के मेडिसिन विभाग में आने वाले गंभीर रोगियों को अब विभाग में ही आईसीयू की सुविधा उपलब्ध होगी। विभाग के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए आईसीयू का प्रयोग प्रारंभ कर दिया गया है। इसमें दो आइसोलेशन बैड भी बनाए गए हैं जिन्हें संक्रामक रोगियों के लिए सुरक्षित रखा जाएगा। नए आईसीयू बैड मिल जाने से विभाग में प्रतिदिन आने वाले लगभग 350 रोगियों को काफी राहत मिलेगी।
आईसीयू बैड का उद्घाटन करने के बाद निदेशक प्रो. डाक्टर नितिन एम. नागरकर ने बताया कि अभी तक जनरल मेडिसिन वार्ड में 60 बैड सामान्य रोगियों के लिए और 20 बैड का एचडीयू उपलब्ध है। अब यहां 10 बैड का आईसीयू भी पृथक रूप से बना दिया गया है। एम्स के अंदर सबसे अधिक रोगी जनरल मेडिसिन विभाग में आते हैं। पृथक आईसीयू बन जाने से गंभीर रोगियों को तुरंत आईसीयू की सुविधा प्रदान की जा सकेगी। इसके अलावा दो अलग बैड संक्रामक रोगों से पीड़ित रोगियों के लिए सुरक्षित रखे गए हैं।
विभागाध्यक्ष प्रो. विनय पंडित ने बताया कि आईसीयू में सभी आवश्यक सुविधाएं और रोगियों के लिए हाई एंड मानीटरिंग की सुविधा दी गई है। विभाग में पहले से ही एबीजी, डाप्लर, डीफेब्रीलेटर, ईसीजी और सोनोग्राफी की सुविधाएं प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही यहां प्राइमरी डायग्नोस्टिक की सारी सुविधाएं भी दी गई हैं। विभाग में विशेष रूप से प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टॉफ को तैनात किया गया है। यहां सभी जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध होंगी। नए आईसीयू के बाद विभाग में किसी भी गंभीर बीमारी की चुनौती का मुकाबला करने के लिए आवश्यक बुनियादी सेवाएं उपलब्ध हो गई हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम में उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता, वित्तीय सलाहकार बी.के. अग्रवाल, प्रो. आलोक अग्रवाल, डॉ. प्रीतम नारायण वासनिक, डा. सबा सिद्दकी, डा. प्रणीता, डा. जसकेतन, डा. केशव नागपुरे, डा. जसकेतन मेहर, डा. अजीत कुमार, डा. रोहिणी रोक्कम सहित विभाग के चिकित्सक और नर्सिंग स्टॉफ उपस्थित थे।