तिलकराम मंडावी/डोंगरगढ़ : ग्राम पंचायत सेम्हरा के आश्रित ग्राम गातापारखुर्द में षासकीय भूमि में अवैध कब्जा कर उसी जमीन में सरकारी योजना का लाभ लेकर खाद गोदाम बनानें का मामला प्रकाष में आया है। जिसकी षिकायत लेकर सोमवार को गातापार के ग्रामीण तहसील कार्यालय पहुंचें और अतिक्रमणकर्ता की षिकायत करतें हुए कार्रवाई की मांग की। षिकायत करनें पहुंचें ग्रामीण परसादी वर्मा, रामबिलास सिन्हा, रामा वर्मा समेत अन्य लोगों ने बताया कि गांव के राजकुमार पिता टेहगु वर्मा द्वारा षासकीय भूमि जिसका खसरा नं. 187/3 रकबा 0.64 एकड़ में से 0.30 डिसमिल में खाद् गड्ढ़ा व अन्य तरीके से कब्जा किया था। मामलें की षिकायत तहसीलदार से ग्रामीणों ने की। तब तत्कालीन पटवारी को मौके पर जांच के लिए भेजा गया। किंतु पटवारी ने अतिक्रमणकर्ता से सांठ-गांठ कर रातों-रात जेसीबी लगाकर कब्जा हो हटवा दिया और प्रतिवेदन में उल्लेख कर दिया कि राजकुमार वर्मा द्वारा किसी तरह का कब्जा नहीं है। ग्रामीणों के विरोध के बावजूद तहसीलदार के आदेष को दरकिनार करतें हुए पटवारी ने अतिक्रमणकर्ता का साथ दिया और गलत प्रतिवेदन तैयार कर रिपोर्ट सौंप दी। खाद गड्ढ़ा को हटानें के बाद ग्रामीणों को गुमराह करतें हुए राजकुमार ने षासन की योजना का लाभ लेते हुए राश्ट्रीय खाद सुरक्षा मिषन योजना के तहत खाद गोदाम का निर्माण करा लिया। जबकि कब्जा की हुई जमीन षासकीय है।
कब्जा कर पटेल पद के लिए दावेदारी- कब्जाधारी राजकुमार वर्मा ने ग्राम पटेल का पद रिक्त होनें के बाद स्वयं दावेदारी की है। जबकि पटेल पद का चुनाव लड़नें के लिए उम्मीदवार के खिलाफ किसी तरह की षिकायत नहीं होनी चाहिए और न ही अतिक्रमण समेत अन्य तरह का मामला दर्ज होना चाहिए। लेकिन राजकुमार वर्मा द्वारा षासकीय भूमि में कब्जा कर सरकारी योजना का लाभ लेनें के विशय की जांच करतें हुए कार्रवाई की मांग ग्रामीणों ने की है। तहसीलदार राजू पटेल ने बताया गातापारखुर्द के ग्रामीणों ने षिकायत की है, जिसकी नियमानुसार जांच कराकर अवष्य कार्रवाई की जाएगी।