किरीत ठक्कर/गरियाबंद। जिला मुख्यालय के नजदीक ही मालगांव पैरी नदी से वर्षाकालीन प्रतिबंध के बावजूद रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। स्थानीय मीडिया द्वारा लगातार खबर प्रकाशन के बावजूद रेत माफ़िया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। आलम ये है कि इस नदी से बगैर लीज प्रक्रिया पूरी किये प्रति ट्रेक्टर रेत परिवहन का 200 रुपया वसूल किया जा रहा है। जिसकी जानकारी कई बार जिला प्रशासन को दी गई है , खबरें भी प्रकाशित की गई है , किन्तु अवैध रेत खनन परिवहन पर लगाम लगना तो दूर , खनन माफिया अब यहां चैन माउंटिंग मशीन से बड़े पैमाने पर अवैध खनन की तैयारी कर चुके हैं , नदी तक रैम ( पहुंच मार्ग ) भी तैयार कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट वेलफ़ेयर यूनियन के पत्रकारों द्वारा इस अवैध खनन को बंद करवाने की मांग को लेकर धरने की चेतावनी दी गई है। यूनियन के पत्रकारों हिमांशु साँगानी विजय साहू हेमंत तीरपुडे सुनील यादव जीवन एस साहू एवं किरीट ठक्कर ने आज इस विषय पर कलेक्टर एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गरियाबंद को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन के अनुसार मौके पर रेत परिवहन करते ट्रेक्टर चालकों तथा मालिकों ने बताया है कि उन्हें ज्ञानेश प्रसाद तिवारी और उनके सहयोगियों द्वारा खुद के नाम खदान होने का दावा करते हुये , डरा धमका कर बिना पीटपास रॉयल्टी दिये प्रति ट्राली 200 रु लिया जाता है। मामले की जानकारी कई बार जिला प्रशासन के संज्ञान में लाई जा चुकी है किंतु बिना किसी भय रेत का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है जबकि 15 जून से जिले की समस्त अनुज्ञा प्राप्त रेत खदानों पर भी खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। जिला खनिज अधिकारी एफ एल नागेश के अनुसार के अनुसार मजरकट्टा की उक्त रेत खदान को प्रारम्भ करने के लिये अभी विभागीय प्रक्रिया बाकी है , एन जी टी का परमिशन भी उन्हें नही मिला है। कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने कार्यवाही का आश्वसन दिया है।
अवैध रेत खनन के विरुद्ध कार्यवाही की मांग, पत्रकारों ने दी धरने की चेतावनी
