जांजगीर : जिले में हुई एक प्रशासनिक गलती की वजह से प्रदेश में सियासी हंगामा मचा हुआ है। बीते दो दिनों से सोशल मीडिया में वायरल एक सर्टिफिकेट ने अच्छा खासा शोर मचा रखा है। ये वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जांजगीर में छपा। इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की तस्वीर है, मगर उनके चेहरे के नीचे लिखा है ‘मुख्यमंत्री”। ये सर्टिफिकेट टीका लगवा चुके लोगों को बांट भी दिया गया। बस फिर क्या था, इसकी तस्वीर भाजपा नेताओं के हाथ लग गई। सबने दो-दो CM के तंज के साथ कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी जांजगीर के कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला तक पहुंची। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फटकारा। BMO डॉ अनिल कुमार पर गाज गिरी। कलेक्टर के आदेश के बाद इन्हें नोटिस जारी किया गया। अब मंगलवार को डॉ अनिल कुमार को BMO के पद से हटाकर इनकी जगह डॉ प्रधान सिंह कंवर को नया अफसर बनाकर सक्ती विकास खंड भेज दिया गया है। कुछ अफसरों ने बताया कि कार्ड प्रिंटिंग के दौरान गलती से मुख्यमंत्री का पद नाम सिंहदेव की तस्वीर के नीचे पेस्ट कर दिया गया होगा।
भाजपा बोली- ढाई साल के कंफ्यूजन में अफसर पिस रहे
भाजपा ने इस मामले के ढाई-ढाई साल CM रहने के मुद्दे से जोड़ दिया। जांजगीर भाजपा के ट्विटर अकाउंटर पर पोस्ट कर लिखा गया कि ढाई साल के कंप्यूजन में पिस रहे हैं अधिकारी दो नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई अब इस मुकाम पर आ गई है कि अधिकारी यह तय नहीं कर पा रहे है कि छत्तीसगढ़ का असली मुख्यमंत्री कौन है?
सांसद सरोज पांडे ने सोशल मीडिया में लिखा कि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री के ढाई-ढाई साल के चक्कर में अधिकारी भी चकरा गए। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने ट्वीट किया कि ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री वाले फॉर्मूले को कांग्रेस सरकार नहीं अपना रही है, लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने अपना लिया है।
ढाई साल के कंप्यूजन में पिस रहे हैं अधिकारी@bhupeshbaghel और @TS_SinghDeo के बीच वर्चस्व की लड़ाई अब इस मुकाम पर आ गई है कि अधिकारी यह तय नहीं कर पा रहे है कि छत्तीसगढ़ का असली मुख्यमंत्री कौन है…?@BJP4India@BJP4CGState pic.twitter.com/FV2qwAxYwZ
— BJP JANJGIR-CHAMPA (@bjp4janjgir) June 29, 2021