- जिले में धारा 144 लागू , फिर इतनी भीड़ एकत्रित कर पालिका घेराव कैसे
किरीट ठक्कर/गरियाबंद । अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने 7 जून को करीब 70 से 80 कार्यकर्ताओ के साथ नगर पालिका परिषद कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किया। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हाफिज खान शहर अध्यक्ष दिलीप सिन्हा तथा नादिर कुरैशी के नेतृत्व में आयोजित उक्त घेराव व प्रदर्शन पूर्व नियोजित था , प्रशासन को इसकी सूचना पहले ही दी जा चुकी थी , किन्तु इससे भी काफी पहले कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर द्वारा जिले में धारा 144 लागू करते हुये किसी भी प्रकार के धार्मिक सामाजिक आयोजन , जुलूस ,जलसे , धरना प्रदर्शन को प्रतिबंधित किया गया है ? इसके बावजूद ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा किये गये पालिका घेराव व प्रदर्शन को लेकर सवाल उठ रहे हैं , क्या सत्ता पर काबिज पार्टी के कर्ता धर्ताओं को कानून को तोडने मरोडने का अधिकार मिल जाता है ?
भाजपा के प्रीतम सिन्हा ने पालिका अध्यक्ष गफ़्फ़ु मेमन तथा सीएमओ सुश्री संध्या वर्मा के विरुद्ध की गई नारे बाजी की निंदा की है , प्रीतम सिन्हा के अनुसार जिला प्रशासन को इन प्रदर्शनकारी कांग्रेसियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर धारा 144 एवं 188 की कार्यवाही करनी चाहिये।
नगर पालिका परिषद के सभापति आसिफ मेमन ने कांग्रेस के विधायक अमितेश शुक्ला पर आरोप लगाते कहा कि पूरे कोरोना संकट काल में विधायक क्षेत्र से लापता रहे हैं , इस विपत्ति काल में उन्होंने क्षेत्र के गरीबों की चिंता नहीं कि , वही दूसरी तरफ नगर पालिका अध्यक्ष तथा उनकी टीम ने पूरे संकटकाल में जनता की सेवा की , गफ़्फ़ु मेमन द्वारा जरूरतमंदो को यथा संभव मदद की गई। परिणाम स्वरूप गफ़्फ़ु मेमन की बढ़ती लोकप्रियता को कांग्रेसी पचा नही पा रहे हैं।
नगर पालिका अध्यक्ष गफ़्फ़ु मेमन का कहना है कि नगर का विकास मेरी प्राथमिकता है, विकास से संबंधित कई प्रस्ताव शासन स्तर पर लंबित है , मैं और मेरे सहयोगी नगर के सभी विकास कार्यो को पूरा करने प्रयासरत है। जबकि पालिका के उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोनटेके ने ब्लॉक कांग्रेस के इस घेराव प्रदर्शन को फ्लॉफ शो बताया , विदित हो कि कांग्रेस के इस घेराव प्रदर्शन में कांग्रेस के ही दो पार्षद व दो एल्डरमैन सम्मिलित नही हुये जो पूरे नगर में चर्चा का विषय रहा।
विगत दिनों बाजार क्षेत्र में जिन अवैध कब्जाधारियों का अतिक्रमण हटाया गया, उसे लेकर सीएमओ संध्या वर्मा का कहना है उक्त स्थान पर पौनी पौसारी योजना के तहत 17 चबूतरों का निर्माण किया जा रहा है इसी वजह से कुछ लोगों का अतिक्रमण हटाया गया है।