रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार बढ़ती ब्लैक फंगस की समस्या को देखते हुए प्राइवेट ईएनटी चिकित्सा विशेषज्ञों ने राज्य सरकार को निश्शुल्क सेवा का प्रस्ताव दिया है। चिकित्सा विशेषज्ञों ने महामारी के दौरान सामाने आ रही समस्याओं को देखते हुए यह सकारात्मक पहल की है। वरिष्ठ ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया कि ब्लैक फंगस बेहद तेजी से फैलता है। नाक में प्रवेश करने के तीन दिन के भीतर ही यह मस्तिष्क में पहुंच जाता है।
जल्द ही पहचान कर इसका उपचार समय पर न करने से मरीज की स्थिति गंभीर हो जाती है। राज्य में ब्लैक फंगस के जितने भी मौत हुए हैं, इसका कारण यही रहा है कि इलाज में देरी की वजह से फंगस इंफेक्शन बड़ा रूप ले लिया। यदि ब्लैक फंगस का समय पर सर्जरी और उपचार हो तो मरीज जल्द ठीक हो सकते हैं।
निजी क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे ईएनटी सर्जन डॉ. सुनील नेमा, डॉ. दिग्विजय सिंह, डॉ. मयूरेश वर्मा, डॉ. अनिल जैन, डॉ. निलेश भट्ट, डॉ. वर्षा मुंगुटवार ने अपना नाम प्रस्तावित किया है। साथ ही अन्य सर्जन के भी नाम सामने आ रहे हैं।
वर्जन
ब्लैक फंगस के केस में एम्स, आंबेडकर अस्पताल जैसे अन्य जगहों पर सर्जन की समस्या आ रही है। इसके चलते आपरेशन में मरीजों को वेटिंग में रखना पड़ रहा है। चूंकि ब्लैक फंगस इंफेक्शन बड़ी तेजी से फैलता है। जल्द आपरेशन नहीं किया जाता तो मरीजों की हालत खराब हो जाती है।
खर्च अधिक आने की वजह से लोग सरकारी अस्पतालों में आ रहे हैं। ऐसे में काम का दबाव बढ़ा है। ढाई सौ केस ज्यादा नहीं है। आपसी सहयोग से सर्जरी जल्दी होगी। सभी चिकित्सक निश्शुल्क सेवा के लिए तैयार हैं।
– डॉ. राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ अस्पताल बोर्ड