टीकम निषाद/ देवभोग : रमन सिंह द्वारा सुपे बेड़ा वासियों के लिए लाखों रुपए का फ्लोराइड निवारक मशीन दिया किडनी बीमारी से प्रभावित 94 से ज्यादा लोगों को 50 50 हजार रुपए का मुआवजा सहित महिलाओं को साइकिल देने के अलावा प्रदेश से लेकर मुंबई के विशेषज्ञों की टीम का शिविर लगाकर पीड़ितों को राहत देने का काम किया लेकिन भूपेश सरकार ढाई साल के बाद भी पीड़ितों और पीड़ित परिवारों के लिए कुछ भी नहीं किया है। ऐसे में किडनी से ग्रसित लोग सरकार के नहीं भगवान के भरोसे हैं। और गांव की वास्तविकता रोजाना अखबार की हेडलाइन बनी हुई है। बावजूद इसके भूपेश सरकार गहरी नींद से नहीं जा पा रही है। जिसका खामियाजा के रूप में किडनी पीड़ित मौत की बाहों में समा रहे हैं। उक्त बातें क्षेत्रीय विधायक डमरुधर पुजारी ने छत्तीसगढ़ वॉच से कहा पुजारी ने आगे कहा कि सूपेबेड़ा के किडनी पीड़ित सर पटक पटक कर पानी इलाज एवं रोजगार मांग रहे हैं। लेकिन किसी एक मांग को सरकार पूरा नहीं कर पाई। जबकि भूपेश बघेल प्रदेश अध्यक्ष रहने के दौरान सुपेबेड़ा के हर पीड़ित परिवार को 500000 और नौकरी पानी देने का सार्वजनिक घोषणा किया था। मगर वादा अब तक पूरा नहीं होता देख पीड़ित एवं ग्रामीणों की उम्मीद भी टूट चुकी है। इसलिए अब सीधा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और राज्यपाल को पूरी वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए निराकरण के लिए आग्रह किया जाएगा। क्योंकि वर्तमान में मौत का तांडव सुपेबेड़ा में काफी ज्यादा हो रहा है। जिसकी सुध तक प्रशासन शासन नहीं ले रहा। तभी महीनों से खराब पडी फ्लोराइट निवारक मशीन को बनाने में असफल है। जिसके चलते ग्रामीण फिर से नलकूप का पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं ।
सुपेबेड़ा फिल्टर वाटर को मेंटेनेंस करने में असफल भूपेश सरकार की राहत पर सवाल पुजारी
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