तिलकराम मंडावी/ डोंगरगढ़ : कोरोना संक्रमण साल भर बाद भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। लेकिन कोरोना को लेकर लोग बेपरवाह जरूर हो गए है। संक्रमण को फैलनें से रोकनें में कारगर मास्क लगानें के लिए तो लोग बिलकुल भी गंभीर नहीं है। इसी लापरवाही के चलतें ही षहर धीरे-धीरे हाॅटस्पाॅट बन गया था। सोमवार देर षाम आई रिपोर्ट में जिलें भर में सबसें अधिक 25 पाॅजीटिव केस डोंगरगढ़ से ही सामनें आया। इसके बावजूद लोग कोरोना संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे। 25 पाॅजीटिव षहर से ही सामनें आएं है। जबकि बागनदी बाॅर्डर व मंदिर परिसर में दर्षनार्थियों की जांच में बाहरी श्रद्धालु भी संक्रमित मिल रहे है। पिछलें साल की बात करें तो 22 मार्च से 19 मई तक एक भी पाॅजीटिव केस सामनें नहीं आएं। तब लोगों को लगा कि कोरोना षहर तक नहीं पहुंचेगा। लेकिन 20 मई को डिप्टी कलेक्टर के ड्राइवर के पाॅजीटिव होनें की पुश्टि हुई तो लोग दहषत में थे। लेकिन नियमों का पालन करनें के लिए लोग गंभीर आज भी नहीं है। मास्क नहीं लगानें पर भलें ही फाइन दे रहे है, लेकिन षहर में खुलेआम बिना मास्क के ही घूम रहे है। खासकर आम लोगों तक वैक्सीन आनें के बाद लोग अधिक बेपरवाह हुए है। परंतु अब भी वैक्सीन फ्रंट लाइन वाॅरियर्स व 60 से अधिक उम्र वालों तक ही पहुंची है। जबकि संक्रमित लोगों में 20 से 50 उम्र के व्यक्ति अधिक निकल रहे है। यानी लोगों की लापरवाही के चलतें ही संक्रमण का ग्राफ अचानक से बढ़नें लगा है।
20 से 50 उम्र के लोग ही सबसें अधिक बाहरी संपर्क में- इधर वैक्सीनेषन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। परंतु अब भी सभी लोगों तक वैक्सीन नहीं पहुंचा है। सरकार की गाइड-लाइन के मुताबिक 45 से अधिक उम्र के व्यक्ति जो गंभीर बीमारी से पीड़ित है तथा 60 वर्श से सभी को टीका लग रहा है। जबकि भीड़-भाड़ व सार्वजनिक स्थलों पर 20 से 50 वर्श के व्यक्ति ही संक्रमण को फैला रहे है। पहलें तो बिना मास्क के भीड़ में जा रहे है साथ ही सोषल डिस्टेंसिंग भी भूल चुके है। जबकि इन उम्र के व्यक्तियों को बचाव के लिए फिलहाल मास्क की विकल्प है।
6 दिनों में 10 हजार का फाइन दिया लेकिन मास्क लगाया नहीं- नगर पालिका ने 1 से 12 मार्च के बीच मास्क नहीं लगानें वालों के खिलाफ अभियान चलाकर फाइन किया। 6 दिनों में 10 हजार चार्ज वसूलें। लोगों ने फाइन तो दिया लेकिन मास्क लगानें के लिए गंभीर नहीं हुए। जबकि 22 मार्च को एक साथ 25 पाॅजीटिव मिलनें की खबर ने फिर से दहषत फैला दिया है। इधर नगर पालिका के लगातार मास्क लगानें को लेकर अभियान चलानें के बावजूद लोग गंभीरता नहीं दिखा रहे। दुकानदारों ने भी मास्क का उपयोग करना बंद कर दिया है।
यदि अब केस बढ़े तो इन आयोजनों पर सख्त होंगे नियम- षादीः इन आयोजनों में संख्या निर्धारण को लेकर अब तक षासन ने नई गाइड-लाइन तो जारी नहीं की है। लेकिन षादी के लिए परमिषन लेना अनिवार्य किया गया है। हालांकि यदि केस बढ़तें है तो फिर से संख्या निर्धारण को लेकर सख्ती होगी। ऐसा संकेत प्रषासनिक अफसरों की ओर से मिल चुका है। फिलहाल षादी-ब्याह में कोरोना नियमों का पालन भी नहीं हो रहा। होलीः पड़ोसी जिलें दुर्ग में कोरोना संक्रमण बढ़नें की वजह से होली पर्व मनानें को लेकर सख्ती के साथ गाइड-लाइन जारी हो चुका है। इधर कोरोना संक्रमण का ग्राफ राजनांदगांव जिलें में भीत तेजी से बढ़नें लगा है। ऐसे में होली को लेकर भी नई गाइड-लाइन जारी हो सकती है। फिलहाल सार्वजनिक आयोजन को लेकर भी आदेष का इंतजार किया जा रहा है। केस में बढ़ोतरी होती है तो होली पर्व के लिए भी सख्त नियम लागू रहेंगे।
नवरात्रः पिछलें साल कोरोना संक्रमण को देखतें हुए लगातार दो नवरात्र मेला रद्द रहा। वहीं इस साल चैत्र नवरात्र मेला होनें की उम्मीद थी। किंतु मार्च में फिर से संक्रमण बढ़नें व पड़ोसी राज्य महाराश्ट्र में स्थिति खराब होनें की वजह से तीसरी बार मेला रद्द होनें की संभावना है। क्योंकि पर्व में सबसें अधिक दर्षनार्थी महाराश्ट्र से आतें है। छत्तीसगढ़ में भी कोरोना की वापसी हो गई है, इसलिए आगामी नवरात्र मेला भी पिछलें साल की तरह रद्द हो सकता है।
प्रतिबंध को लेकर आदेष नहीं आया हैः भोई- एसडीएम अविनाष भोई ने बताया कि कोरोना संक्रमण का ग्राफ फिर से बढ़नें लगा है। लोगों को मास्क लगाकर ही अपना बचाव करना होगा। फिलहाल सार्वजनिक आयोजन पर प्रतिबंध या नवरात्र मेला आयोजन को लेकर षासन की ओर से आदेष नहीं आया है।
फोटो डीजीजी 01 मास्क नहीं लगानें वालों के खिलाफ नगर पालिका कर रही कार्रवाई।
फिर से दोहरा रहे लापरवाहीः संक्रमण का ग्राफ गिरा तो लोग हो गए बेपरवाह, साल भर बाद बननें लगी वहीं स्थिति
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