- गंडई से 7 किमी दूर बरबसपुर का मामला
मयंक सुराना/ गंडई पंडरिया : वृक्ष पर्यावरण का संतुलन बनाते है, यह पहली कक्षा में ही पढ़ा दिया जाता है। सब पेड़ों की रक्षा की बात कहते हैं ख़ासकर तो शिक्षक इस बात की महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। शासन स्तर पर भी हरे वृक्षों को काटने पर भी पूरी तरह रोक लगी हुई है बावजूद इसके लकड़ी का लालच पेड़ों की रक्षा में बाधक बन रहा है। चंद रुपयों के लालच में लोग हरे पेड़ काटकर अपने विनाश की भूमिका तैयार कर रहे हैं। हर रोज पेड़ों का विनाश किया जा रहा है जिससे पृथ्वी की हरी चादर सिकुड़ती जा रही है। लगता है क्षेत्र में हरे वृक्षों को काटने का मानो अभियान चल रहा है। क्षेत्र में हरे पेड़ों को काटने का यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा है। ग्रामीण अंचलों में आम, नीम जैसे पेड़ों का कटान तो जमकर किया जा रहा है। ग्रामों में चोरी छिपे पेड़ों को काटा जाता है ऐसा तब हो रहा है जब हरे वृक्षों के कटान पर शासन ने पूरी तरह रोक लगा रखी है। लेकिन ऊपर से नीचे तक लगी भ्रष्टाचार की दीमक के चलते हरे पेड़ों के कटान का काम दिन दो गुनी रात चौगुनी गति से हो रहा है। लकड़ी माफियाओं के विरुद्ध कठोर कार्रवाई न होने के कारण उनके हौसले बुलंद हैं। यदि हरे पेड़ों को काटने का यही सिलसिला चलता रहा तो आने वाले समय में पर्यावरण का संतुलन बिगड़ जाएगा और लोगों को शुद्ध हवा के भी लाले पड़ेंगे।
उल्लेखनीय है की नगर से महज 7 किलोमीटर की दुरी पर स्थित ग्राम पंचायत बरबसपुर में बीते कुछ दिन पहले बरबसपुर से सुखरी हरडंडा जाने वाले मुख्य सड़क किनारे लगे दो नग फलदार वृक्ष (कैट के पेड़)को बेरहमी के साथ कटवा दिया गया है। ग्रामीण सूत्रों की माने तो इसके पीछे पेड़ कटवाने वाले श्याम प्रसाद शर्मा पिता फ़त्ते प्रसाद शर्मा निवासी बरबसपुर का मानना था कि उक्त पेड़ को उनके परिवार द्वारा लगवाया गया है अतः पेड़ को काटने और बेचने का अधिकार उनका है, इसलिए ही उनके द्वारा देवपुरा के किसी व्यक्ति के पास पेड़ को बेचा गया था और देवपुरा के ही व्यक्ति ने उक्त पेड़ को काटा था। मिली जानकारी अनुसार पेड़ कटाई होने के जानकारी राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों को होने के बाद मौके पर उनके द्वारा पटवारी को भेजा गया और पटवारी द्वारा पंचनामा तैयार कर प्रकरण बनाया गया है।पटवारी पंचनामा के अनुसार दिनाक 31 दिसम्बर को ग्राम बरबसपुर हल्का नम्बर 25 रानिम पेंडरवानी तहसील छुईखदान जिला राजनाँदगाँव में श्याम प्रसाद शर्मा पिता फत्ते प्रसाद शर्मा जाती ब्राम्हण निवासी बरबसपुर के द्वारा 2 नग कैट (फलदार वृक्ष ) को बिना किसी अनुमति के पूर्णता कटवाया गया है।मौके पर ग्रामवासी ग्राम कोटवार उपस्थित थे। वृक्ष को श्याम प्रसाद शर्मा के पुत्र दिलीप शर्मा के द्वारा कटवाया गया है कटवाये वृक्षो की लंबाई 15 मीटर एवम गोलाई 1.2 मीटर है जिसे जप्त करके दिलीप शर्मा के सुपुर्द में दिया गया है।
पुरे मामले पर ग्रामीण सूत्रों ने बताया है कि उक्त दिलीप शर्मा पेशे से एक टीचर है और वर्तमान में वे गंडई के हाई स्कूल में पदस्थ है।पुरे मामले पर सोचने वाली बात ये है कि एक शिक्षण जो स्कुल में बच्चों को पेड़ बचाओ,पौधे लगाओ की पाठ पढ़ाते है और उनके द्वारा ही पेड़ कटवाया गया है जो की समझ से परे है।