तिलकराम मंडावी/ डोंगरगढ़ : इंदिरा नगर के बीड़ी आवास कॉलोनी के श्रमिक अपनी मांग को लेकर षनिवार को मेन रोड में 4 घंटे तक बैठे रहे। मौके पर मनानें अफसर भी गए लेकिन सड़क से उठनें के लिए महिला श्रमिक तैयार ही नहीं हुए। सुबह 11 बजें कचहरी चौक में बीड़ी श्रमिक महिलाएं पहुंची और रोड पर ही धरनें पर बैठ गई। जिससें खैरागढ़ रोड पर आवाजाही बाधित हो गई और लंबी जाम लग गई। इधर पुलिस ने सड़क जाम के संबंध में किसी तरह की सूचना नहीं होनें की बात कही। लेकिन व्यवस्था बनानें आनन-फानन में बल बुलाना पड़ गया। धरनें पर केवल महिला श्रमिक ही थी जबकि थानें में महिला बल कम होनें से उन्हें सड़क से हटानें के लिए पुलिस को परेषानी हुई। बीड़ी महिला श्रमिकों की मांग थी कि अधिकतर आवासों में बाहरी लोगों का कब्जा है। जिसें हटानें के लिए कई सालों से मांग की जा रही है। लेकिन प्रषासन केवल आष्वासन देकर खानापूर्ति ही कर रहा है। इसलिए इस बार सड़क पर उतरकर अपनी मांग मंगवानी पड़ रही है। महिला श्रमिकों ने बताया कि बीड़ी श्रमिकों के लिए 200 आवासों का निर्माण हुआ है। लेकिन यहां पर ऐसे भी लोग कब्जा करके बैठ गए है जो दूसरें राज्यों से आएं है। इनमें कई असामाजिक तत्व भी षामिल है जो रोजाना कॉलोनी में माहौल खराब करतें है। बेजा कब्जा करनें वालों को हटानें के लिए लंबे समय से फरियाद की जा रही है। लेकिन प्रषासन ने आष्वासन देने के अलावा कुछ भी नहीं किया है। जबकि पात्र हितग्राहियों को आवास का आवंटन न करके बाहरी लोगों को प्रषासन द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। इसलिए अब बीड़ी श्रमिकों के सब्र का बांध टूट गया है।
आला-अफसरों की बात भी नहीं मानी महिलाएं- मौके पर सड़क से हटानें के लिए पुलिस पेट्रोलिंग के ही जवान पहुंचे थे। लेकिन महिलाओं के आगें उनकी नहीं चली। जिसके बाद थानें से तत्काल बल बुलाकर टैªफिक व्यवस्था बनानी पड़ी। पुलिस की समझाइष के बावजूद नहीं हटनें पर आवास आवंटन संबंधित दस्तावेज लेकर प्रभारी तहसीलदार प्रीति लारोकर पहुंची। किंतु श्रमिक माननें को तैयार नहीं हुए। मेन रोड जाम होता देख एसडीएम अविनाष भोई व एसडीओपी चंद्रेष ठाकुर भी आवास आवंटन संबंधी दस्तावेज लेकर पहुंचें। अफसरों ने सड़क से हटकर बात करनें की बात कहीं लेकिन श्रमिक अपनी मांग पर अड़े रहे। नहीं माननें पर अफसर भी दफतर चलें गए।
4 घंटे बाधित रहा मेन रोड, रूट डायवर्ट करनें के बाद फिर से कर दिया जाम- बीड़ी श्रमिक महिलाएं पहलें कचहरी चौक के सामनें मेन रोड पर बैठ गई। जिससें खैरागढ़ मेन रोड में आवाजाही पूरी तरह से बाधित हो गई। सड़क में वाहनों की लंबी कतार लगनें से जाम की स्थिति बन गई। जिसके बाद जाम से निपटनें के लिए वाहनों का रूट डायवर्ट करनें पुलिस को मषक्कत करनी पड़ी। नया बस स्टैंड से होकर कोर्ट व जनपद के सामनें से रूट डायवर्ट किया गया। जिसके बाद वाहनों की आवाजाही षुरू हो गई थी। लेकिन इस रूट में भी महिलाएं बैठ गई और दोनों रोड को ब्लाक कर दिया। इसके बाद मेन रोड पर ही लंबी कतारें लग गई और 4 घंटे तक सड़क बाधित रहा।
दूधमुंही बच्ची को लेकर पहुंच गई महिला श्रमिक- धरना प्रदर्षन करनें एक महिला बीड़ी श्रमिक ऐसी भी थी जो अपनी दूधमुंही बच्ची को लेकर सड़क की लड़ाई लड़नें पहुंच गई। सड़क ही बैठकर बच्ची को दूध पिलाया और धूप में अपनी आवाज को बुलंद करती दिखी। महिला श्रमिकों को अफसरों ने सप्ताह भर के भीतर अवैध कब्जा हटवानें का आष्वासन दिया। लेकिन इस बार महिलाएं डटी ही रही कि आज ही कब्जा खाली कराएं और पात्रों को आवास के दस्तावेज सौंपे जाएं। दोपहर 3 बजें लिखित रूप से आष्वासन मिलनें के बाद महिलाओं ने सड़क छोड़नें का निर्णय लिया। इसके बाद ही टैªफिक व्यवस्था बहाल हुई।
जानिए, प्रषासन की नजर में कैसें हुआ है आवासों का आवंटन- बीड़ी श्रमिक कॉलोनी के 200 आवास में से 128 आवासों में विवाद की स्थिति नहीं है, इसलिए इनके दस्तावेज बन चुके है। षासन से आदेष मिलतें ही आवंटित कर दिया जाएगा। लेकिन बताया गया कि आधिपत्य प्रमाण-पत्र के लिए केवल 117 लोगों ने ही आवेदन किया है। जिन्हें आधिपत्य प्रमाण-पत्र दिया जा रहा है। वहीं 20 हितग्राही ऐसे है जहां पर उनके वारिस निवास कर रहे है। इन्हें वैध उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करनें के बाद ही आधिपत्य दिया जाएगा। 11 आवासों में नियमित निवासरत नहीं होनें की वजह से आवंटन निरस्त कर दिया गया है। अवैध रूप से रह रहे 16 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया है। साथ ही अन्य चिन्हित 15 लोगों को आवास खाली करनें नोटिस जारी किया जाएगा। 4 आवास सीलबंद व 13 आवास तालाबंद की स्थिति में है।
पात्र हितग्राहियों का आधिपत्य प्रमाण-पत्र बन चुका- एसडीएम अविनाष भोई ने बताया कि बीड़ी श्रमिक कॉलोनी के पात्र हितग्राहियों का इस साल आधिपत्य प्रमाण-पत्र बनाया जा चुका है। षासन से आदेष मिलतें ही आवंटन किया जाएगा। वहीं जिन लोगों ने बेजा कब्जा किया हुआ है उन्हें नोटिस जारी हो चुका है। बहुत जल्द खाली करानें की कार्रवाई की जाएगी।
हमें अपनें मकान का दस्तावेज दो की मांग को लेकर 4 घंटे मेन रोड पर बैठे रहे बीड़ी श्रमिक… अफसरों के मनानें के बाद भी नहीं मानें… रूट डायवर्ट कर बनानी पड़ी व्यवस्था…
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