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अवैध रेत उत्खनन पर कार्रवाई करने गयीं जिला खनिज अधिकारी को ग्रामीणों ने बनाया बंधक

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* 3 घंटे तक तहसीलदार की समझाइश के बाद किया रिहा 

प्रकाश नाग/ केशकाल/बड़ेराजपुर : अवैध रेत खनन मामले को लेकर ग्रामीणों ने जिला खनिज अधिकारी को बंधक बनाया था। तत्पश्चात वहां प्रशासन एवं पुलिस की टीम पहुंची काफी देर समझाने के बाद 3 घंटे बाद उन्हें शाम 6 बजे के बाद तहसीलदार और थाना प्रभारी के द्वारा ग्रामीणों को घण्टो समझाइश देने के बाद जिला खनिज अधिकारी को छोड़ा गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों से ग्राम पारोंड की नदी से खनिज विभाग से अनुमति लिए बिना ही अवैध रेत उत्खनन कर के अलग अलग क्षेत्रों में परिवहन किया जा रहा था। जिसकी लगातार शिकायतें मिलने पर मंगलवार को जिला खनिज अधिकारी नेहा टंडन कार्रवाई करने के लिए अपनी टीम के साथ ग्राम पारोंड पहुंची थीं। लेकिन ग्रामीणों को यह कार्रवाई अनुचित लगी जिसके चलते आक्रोश में आकर कुछ ग्रामीणों ने मिलकर खनिज अधिकारी नेहा टंडन को ही बंधक बना लिया। ग्रामीणों ने कहा कि हमें यह जानकारी नहीं है कि रेत खनन के लिए अनुमति लेने खनिज विभाग से अनुमति लेना पड़ता है। ग्रामीणों ने खनिज अधिकारी से कहा कि आप अचानक इस प्रकार की कार्यवाही नहीं कर सकती हमें समझाइस देना था। गांव में पंचायत की बैठक के पश्चात रेत का उत्खनन परिवहन किया जा रहा है किंतु खनिज अधिकारी नेहा टंडन इसे मानने को तैयार नहीं थी तथा वह कार्यवाही करना चाह रही थीं जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए तथा वहां पर पहले से ही एक अस्थाई बैरियर लगाया गया था उसी पर जिला खनिज अधिकारी को रोके रखा गया बाद में विश्रामपुरी तहसीलदार एचआर नायक एवं थाना प्रभारी रविशंकर ध्रुव वहां पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की किंतु ग्रामीण काफी समय तक बहस करते रहे।
तहसीलदार द्वारा ग्रामीणों को घण्टो तक समझाइश देने के बाद खनिज अधिकारी को किया रिहा
मामले की सूचना मिलते ही तत्काल बड़ेराजपुर तहसीलदार एच.आर नायक व विश्रामपुरी थाना प्रभारी  रविशंकर ध्रुव मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से इस प्रकार से आक्रोशित होने का कारण पूछा गया तो ग्रामीणों का कहना था कि रेत उत्खनन के लिए खनिज विभाग से अनुमति लेने की जानकारी हमें नही थी तथा ग्राम पंचायत से प्रस्ताव लेकर हम रेत उत्खनन कर रहे थे। तहसीलदार एच.आर नायक द्वारा मामले की विस्तृत जानकारी लेते हुए घण्टो तक ग्रामीणों को घण्टो तक समझाने के बाद किसी तरह से स्थिति सामान्य हुई, जिसके बाद ग्रामीण शांत हुए और जिला खनिज अधिकारी को छोड़ा। साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि जानकारी के अभाव में हमारे द्वारा यह गलती हुई है तथा ऐसी गलती हमारे द्वारा नही दोहराई जाएगी ।
थाना प्रभारी विश्रामपुरी रविशंकर ध्रुव ने इस संबंध में बताया कि खनिज अधिकारी जब यहां पहुंची थी तो उन्हें इसकी सूचना नहीं दी गई थी जैसे ही यह सूचना मिली की ग्राम पंचायत पारोंड में ग्रामीणों ने खनिज अधिकारी को बंधक बनाया है तो वह तहसीलदार के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे तथा तहसीलदार एवं थाना प्रभारी के द्वारा ग्रामीणों को काफी देर तक समझाने के बाद अधिकारी को छोड़ दिया।
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