नई दिल्ली/पटना : बिहार चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को है. उससे पहले भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और राष्ट्रीय जनता दल की अगुवाई वाले महागठबंधन ने तैयारियां तेज कर दी हैं. इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अलग-अलग जगहों पर रैली है. एक ओर जहां प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में डेहरी ऑन सोन (रोहतास जिला), गया और भागलपुर में तीन रैलियों में राजग के उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगेगे तो वहीं नवादा के हिसुआ और भागलपुर के कहलगांव में दो रैलियों को संबोधित करेंगे. दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी रैली में रहेंगे तो वहीं राहुल के साथ पूर्व सीएम तेजस्वी यादव दिखेंगे. वहीं प्रधानमंत्री की इस रैली में भाजपा और राजग समर्थकों को उम्मीद है कि वह लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया चिराग पासवान द्वारा बीते दिनों में किए जा रहे कुछ दावों पर बोल सकते हैं.
पीएम ने कहा किसाथियों आज NDA के सभी दल मिलकर आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी बिहार के निर्माण में जुटे हैं. बिहार को अभी भी विकास के सफर में मीलों आगे जाना है. नई बुलंदी की तरफ उड़ान भरनी है.
पीएम ने कहा कि बिहार के विकास की हर योजना को अटकाने और लटकाने वाले ये लोग हैं जिन्होंने अपने 15 साल के शासन में लगातार बिहार को लूटा. आपने बहुत विश्वास के साथ सत्ता सौंपी थी लेकिन इन्होंने सत्ता को अपनी तिजोरी भरने का माध्यम बना लिया. जब बिहार के लोगों ने इन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया, नीतीश जी को मौका दिया तो ये बौखला गए. इसके बाद दस साल तक इन लोगों ने यूपीए की सरकार में रहते हुए बिहार पर, बिहार के लोगों पर अपना गुस्सा निकाला.
पीएम ने कहा कि मैं बिहार की भूमि से इन लोगों को एक बात स्पष्ट कहना चहता हूं- ये लोग जिसकी चाहे मदद ले लें, देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा. भारत अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा.
पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 हटने का इंतजार देश बरसों से कर रहा था या नहीं. ये फैसला हमने लिया, एनडीए की सरकार ने लिया. लेकिन आज ये लोग इस फैसले को पलटने की बात कर रहे हैं. ये कह रहे हैं कि सत्ता में आए तो आर्टिकल-370 फिर लागू कर देंगे. इन लोगों को आपकी जरूरतों से कभी सरोकार नहीं रहा. इनका ध्यान रहा है अपने स्वार्थों पर, अपनी तिजौरी पर. यही कारण है कि भोजपुर सहित पूरे बिहार में लंबे समय तक बिजली, सड़क, पानी जैसी मूल सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया.
पीएम ने कहा कि जब-जब, बिचौलियों और दलालों पर चोट की जाती है, तब-तब ये तिलमिला जाते हैं, बौखला जाते हैं. आज हालत ये हो गई है कि ये लोग भारत को कमजोर करने की साजिश रच रहे लोगों का साथ देने से भी नहीं हिचकिचाते.
पीएम ने कहा कि मंडी और MSP तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है. लोकसभा चुनाव से पहले जब किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे देने का काम शुरु हुआ था, तब इन्होंने कैसा भ्रम फैलाया था. जब राफेल विमानों को खरीदा गया, तब भी ये बिचौलियों और दलालों की भाषा बोल रहे थे.
पीएम ने कहा कि देश जहां संकट का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहा है, ये लोग देश के हर संकल्प के सामने रोड़ा बनकर खड़े हैं.देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में खुलकर मैदान में हैं.
पीएम ने कहा कि गरीब दीवाली और छठ पूजा ठीक से मना सके, इसके लिए मुफ्त अनाज की व्यवस्था की गई है. इसी कोरोना के दौरान करोड़ों गरीब बहनों के खाते में सीधी मदद भेजी गई, मुफ्त गैस सिलेंडर की व्यवस्था की गई.
पीएम ने कहा कि 2014 में केंद्र में सरकार बनने के बाद जितने समय बिहार को डबल इंजन की ताकत मिली, राज्य के विकास के लिए और ज्यादा काम हुआ है. राज्य को जो प्रधानमंत्री पैकेज मिला था, उसपर काम की रफ्तार भी तेज गति से आगे बढ़ रही है.
पीएम ने कहा कि जिन लोगों ने सरकारी नियुक्तियों के लिए बिहार के नौजवानों से लाखों की रिश्वत खाई, वो फिर बढ़ते हुए बिहार को ललचाई नजरों से देख रहे हैं. आज बिहार में पीढ़ी भले बदल गई हो, लेकिन बिहार के नौजवानों को ये याद रखना है कि बिहार को इतनी मुश्किलों में डालने वाले कौन थे?