(खैरागढ़ ब्यूरो ) अनिला सिंह | तीन दिन पहले शहर में जमकर बारिश हुई, बाढ़ भी आयी, इस प्राकृतिक आपदा में शुक्रवार 28 अगस्त की सुबह अस्पताल चौक से राजफेमली जाने वाली मुख्य मार्ग में विशालकाय नीम का वृक्ष धराशायी होकर गिर गया जिससे राजफेमली वार्ड का मुख्य मार्ग अवरूद्ध हो गया है. शुक्रवार को देर रात तक बारिश होती रही लेकिन शनिवार की सुबह होने तक बारिश और बाढ़ का पानी दोनों कम हो गये लेकिन प्रशासन की लापरवाही कम नहीं हो सकती. शुक्रवार को भारी बारिश व बाढ़ के हालातों के चलते अपने प्रकृति से विलग अधिक काम करने वाले प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी अब शनिवार और रविवार दो दिनों से छुट्टी मना रहे हैं और मुख्य मार्ग में गिरे वृक्ष को हटाने की पहल नहीं की गई. नेताओं ने भी खूब मेहनत की थी इसलिये वे भी इस समस्या के समाधान को लेकर नदारद हैं. इन स्थितियों के बीच वार्डवासियों में गहरी नाराजगी है. समस्या के समाधान के लिये जुटे वार्ड के शौर्यदित्य सिंह भानू ने बताया कि उन्होंने नेता व अधिकारियों दोनों को फोन कर समस्या से अवगत कराया है और बीते दो दिन से वृक्ष के हट जाने व मार्ग के खुल जाने का इंंतजार है लेकिन किसी को इस समस्या के समाधान के लिये फुर्सत नहीं है. वृक्ष हटाने की जिम्मेदारी नगर पालिका प्रशासन की है लेकिन पालिका की सीएमओ मैडम किसी का फोन नहीं उठा रही. जिम्मेदार अधिकारियों के इस रवैय्ये से परेशान वार्डवासियों ने स्वयं आगे आकर बिना किसी शासन-प्रशासन का सहयोग लिये 4 दिन से गिरे नीम के पेड़ को हटाया. इस विशालकाय पेड़ को हटाने के लिये युवा मोर्चा अध्यक्ष आशीष सिंह ने खुद से जेसीबी की व्यवस्था की और आरा मशीन के संचालक बंटी रंगलानी यहाँ से पेड़ काटने की मशीन मंगवाया और पेड़ को काटकर रास्ता साफ किया गया. आखिरकार तीन दिन बाद वार्ड के युवाओं ने पेड़ को रास्ते से हटाकर यातायात व्यवस्था दुरूस्त किया.
विशालकाय नीम का वृक्ष धराशायी होकर गिर गया जिससे मुख्य मार्ग अवरूद्ध हो गया है
