पुलिस के मुताबिक बच्ची 14 अगस्त की दोपहर करीब 1 बजे अपने घर से शौच के लिए गन्ने के खेतों की तरफ गई थी. घरवालों के लिए ये सामान्य सी बात थी, लेकिन उनका माथा तब ठनका जब लड़की काफी देर बाद ही वापस नहीं लौटी. परिवार वालों ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी और इसी के साथ ही बच्ची की गुमशुदगी की सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी.
गले में पट्टा डाला, आंखें फोड़ीं, जीभ काटी
बच्ची के पिता ने रोते हुए कहा कि हम लोग अपनी बेटी को ढूंढत-ढूंढते गन्ने की खेतों की ओर गए तो उसका शव वहां पड़ा हुआ था. बच्ची के पिता ने कहा कि दरिंदों ने उसकी आंखें फोड़ दी थीं. उसके गले में पट्टा बंधा हुआ था. हैवानों ने बच्ची की जीभ भी काट डाली थी. उन्होंने कहा कि उन्हें जिन पर शक है वे घटनास्थल के पास मौजूद थे, जैसे हमलोग वहां पहुचने वाले थे वे वहां से भाग गए.
लड़की के चाचा ने कहा कि बच्ची के साथ रेप किया गया है. उन्होंने जगदीश, संतोष और संजय नाम के तीन युवकों पर आरोप लगाया है।पीड़ित बच्ची के चाचा ने कहा कि बच्ची खेत गई थी वहां पर इसे जगदीश, संतोष और संजय मिले। बच्ची के साथ रेप किया गया है, फिर इसकी आंखें फोड़ दी गईं और उसे मार डाला गया है.
इस मामले में पहले बच्ची के परिजनों के बयान पर ईसानगर थाने में लखीमपुर पुलिस ने संतोष यादव और संजय गौतम नाम के दो युवकों पर आईसीपी की धारा 301 और 201 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है